महंगे बाजार में बैलेंस्ड और मल्टी एसेट फंड निवेशकों के लिए अच्छे विकल्प
मुंबई- बात चाहे स्मॉल कैप की हो या मिड कैप की, इनका मूल्यांकन इस समय काफी ऊपर है। लार्ज कैप में बढ़ोतरी की गुंजाइश सीमित है। ऐसे में निवेशकों के लिए बैलेंस्ड एडवांटेज और मल्टी एसेट फंड अच्छे विकल्प हो सकते हैं।
इस समय शेयर बाजार में देखा जाए तो मूल्यांकन महंगा होने से अब गिरावट का समय है। बाजार की आगे की दिशा के मूल्यांकन के डी-रेटिंग और कमाई में बढ़ोतरी से तय होगी। सेक्टर के लिहाज से देखें तो निवेश का सबसे बड़ा अवसर निजी क्षेत्र के बैंकों में दिख रहा है। कुछ अच्छे बैंकों के शेयर लंबे समय के औसत से कम मूल्यांकन पर कारोबार कर रहे हैं। इन मूल्यांकन पर कारोबार करने का कोई बुनियादी कारण नहीं दिख रहा है। ये बैंक उपभोक्ता सेवाओं पर भी सकारात्मक सोच रखते हैं। मांग में कमजोरी के कारण शेयर अच्छे खासे मूल्यांकन पर रहे हैं। ऐसे में जब भी भारत की मध्यम वर्ग की खपत बढ़ेगी, इन क्षेत्रों में मजबूत मांग होगी।
सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र भी आकर्षक दिख रहा है। जब मूल्यांकन ऊंचे स्तर पर हैं तो ऐसे समय में हाइब्रिड फंड, विशेष रूप से बैलेंस्ड एडवांटेज फंड और मल्टी-एसेट फंड इस समय अच्छे विकल्प हैं। यदि बाजार में गिरावट आती है इन फंडों में निवेश से सुरक्षा मिलेगी। साथ ही, मूल्यांकन में सुधार होने पर इक्विटी निवेश में अपने आप वृद्धि हो जाएगी। ऐसे में लार्ज कैप में निवेश कर सकते हैं।
यूटीआई म्यूचुअल फंड के इक्विटी प्रमुख अजय त्यागी कहते हैं कि ग्रोथ स्टॉक इस साल बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। वैल्यू इंडेक्स अपने पिछले पांच साल के औसत से प्रीमियम पर कारोबार कर रहा है। वैल्यू स्टॉक्स में तेजी निचले आधार पर आई और यह री-रेटिंग के आधार पर हुआ। आय में वृद्धि आगे चलकर स्टॉक की कीमतों को निर्धारित करेगी और इस मोर्चे पर वृद्धि वाले स्टॉक और अच्छा प्रदर्शन करने के लिए बेहतर स्थिति में हैं।
एक साल में यूटीआई मल्टी एसेट अलोकेशन फंड ने एक साल में 32 पर्सेंट का रिटर्न दिया है, जबकि एसबीआई मल्टी एसेट ने 23.75 पर्सेंट का रिटर्न दिया है। टाटा के मल्टी एसेट ने 18.83 पर्सेंट जबकि एचडीएफसी मल्टी एसेट ने 17.76 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। बाजार में पिछले साल बेतहाशा तेजी रही है। इतनी तेजी के बाद गिरावट की आशंका है। ऐसे में निवेशकों को सावधानी पूर्वक निवेश करना चाहिए।