थोक जमा से घटेगा बैंकों का मुनाफा, आगे बढ़ सकती हैं दिक्कतें- आरबीआई
मुंबई- आरबीआई ने बैंकों के थोक जमा पर निर्भर रहने को लेकर चेतावनी दी है। इसने कहा थोक जमा पर निर्भर रहने से बैकों का मुनाफा घटेगा और इससे आने वाले समय में उनकी दिक्कतें बढ़ सकती हैं। ऐसे में इस तरह की मानसिकता से बचना चाहिए। केंद्रीय बैंक के उप गवर्नर स्वामिनाथन जे ने कहा, ज्यादातर बैंक आईटी के लिए जो बजट करते हैं, उतना भी खर्च नहीं कर रहे हैं। बैंकों को आईटी पर ज्यादा खर्च करने की जरूरत है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के डिप्टी गवर्नर स्वामीनाथन जे ने एसबीआई के एक कार्यक्रम में कहा, थोक जमा पर बैंकों को ज्यादा ब्याज देना होता है। साथ ही ऐसे जमा को ग्राहक लंबे समय तक के लिए फिक्स कर देते हैं। ऐसे में ब्याज दरें घटने के बाद भी इन जमाओं पर बैंकों को अधिक ब्याज देना होता है। इससे बैंकों के शुद्ध मार्जिन पर दबाव पड़ता है जिसका असर उनके फायदे पर दिखेगा।
स्वामिनाथन ने बैंकों से अपील की कि वे अपने ब्याज दर जोखिम का प्रभावी तरीके से प्रबंधन करें। अगर उनकी मानसिकता ज्यादा ब्याज वाले थोक जमा पर निर्भर रहने की है तो उनके लिए मुश्किल समय आ सकता है। उन्होंने बैंकों में खराब गवर्नेंस यानी अनुपालन और प्रबंधन प्रैक्टिस को लेकर भी चेतावनी दी। कहा कि इसे सुधारने की जरूरत है। साथ ही आईटी पर कम खर्च से भी आने वाले समय में जोखिम हो सकता है।