सीबीआई का जेट एयरवेज के मालिक गोयल और पूर्व सीईओ के घरों पर छापा
मुंबई- सीबीआई (CBI) ने जेट एयरलाइन और इसके चेयरमैन नरेश गोयल के सात ठिकानों पर छापा मारा। एजेंसी ने 538 करोड़ रुपये के एक कथित बैंक फ्रॉड के मामले में यह कार्रवाई की है। यह कार्रवाई मुंबई में की गई। एजेंसी ने गोयल, उनकी पत्नी अनीता गोयल और एयरलाइन के डायरेक्टर रहे गौरंग आनंद शेट्टी के आवास और ऑफिस पर छापा मारा। अनीता गोयल और कई दूसरे लोग इस मामले में आरोपी हैं।
सीबीआई ने कैनरा बैंक की शिकायत पर एक नया मामला दर्ज किया है। यह 538 करोड़ रुपये के हेरफेर से जुड़ा है। एनसीएलटी में इनसॉल्वेंसी रेजॉल्यूशन प्रोसेस के तहत जेट एयरवेज के लिए जालाना कालराक कैपिटल ने सफल बोली लगाई थी। इसके बाद इस कंपनी के रिवाइवल की प्रोसेस चल रही है। कभी देश की सबसे बड़ी प्राइवेट एयरलाइन रही जेट एयरलाइन ने भारी कर्ज और नकदी संकट के चलते अप्रैल 2019 में अपना ऑपरेशन बंद कर दिया था।
यूएई के बिजनसमैन मुरारी लाल जालान और लंदन की कंपनी कालरॉक कैपिटल के कंसोर्टियम ने जून 2021 में इनसॉल्वेंसी प्रोसेस में जेट एयरलाइन को खरीदा था। सीबीआई ने जेट एयरवेज और इसके फाउंडर्स पर फंड्स की हेराफेरी का आरोप लगाया है। एजेंसी के मुताबिक एक अप्रैल, 2011 से 30 जून, 2019 के बीच ने प्रोफेशनल और कंसल्टेंसी एक्सपेंसेज के रूप में 1152.62 करोड़ रुपये खर्च किए थे।
जेट एयरलाइन से जुड़ी कंपनियों के 197.57 करोड़ रुपये के लेनदेन संदेह के घेरे में हैं। इसमें कंपनी के कई अधिकारी भी शामिल थे। जांच में पाया गया कि कंपनी ने 1152.62 करोड़ रुपये में से 420.43 करोड़ रुपये प्रोफेशनल और कंसल्टेंसी एक्सपेंसेज के रूप में ऐसी कंपनियों को दिए जिनका इस तरह की सर्विस से कोई लेनादेना नहीं था।