अदाणी के शेयरों में गिरावट से एलआईसी का मूल्य 50,000 करोड़ रुपये घटा
मुंबई- अदाणी समूह की कंपनियों में गिरावट का सिलसिला एक माह से जारी है। इस दौरान एलआईसी के निवेश का मूल्य 50 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा घट गया है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से पहले 24 जनवरी को एलआईसी के निवेश का मूल्य 81,268 करोड़ रुपये था, जो बृहस्पतिवार को घटकर 33,149 करोड़ रुपये हो गया।
अदाणी की सात कंपनियों के शेयरों में एलआईसी ने 30,127 करोड़ रुपये का निवेश किया था। यह बढ़कर 81 हजार करोड़ रुपये के पार चला गया था। लेकिन अब यह 33,149 करोड़ रुपये है। हालांकि, इस गिरावट के बावजूद एलआईसी को अभी भी तीन हजार करोड़ रुपये का फायदा है। जिस तरह से शेयरों में गिरावट है, ऐसे में आशंका है कि एलआईसी को निवेश पर घाटा हो सकता है। 27 जनवरी को यह 56,142 करोड़ रुपये था।
बृहस्पतिवार को कुल 10 में से 8 कंपनियों के शेयरों में गिरावट रही, जबकि दो में बढ़त रही। इसमें से तीन कंपनियों के शेयर लोअर सर्किट में रहे। बृहस्पतिवार को समूह की कुल पूंजी 20 हजार करोड़ रुपये घटकर 7.38 लाख करोड़ रुपये रह गई जो बुधवार को 7.58 लाख करोड़ रुपये थी।
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को शुक्रवार को एक महीने पूरा हो जाएगा। इस दौरान समूह की कंपनियों का पूंजीकरण 11.82 लाख करोड़ रुपये घट गया है। जबकि समूह के मालिक गौतम अदाणी अमीरों की सूची में दूसरे स्थान से खिसककर 26वें स्थान पर पहुंच गए हैं। विकिपीडिया की रिपोर्ट के बाद बुधवार को अदाणी की कंपनियों में एक बार फिर से तेज गिरावट दर्ज की गई है।
बृहस्पतिवार को अदाणी पोर्ट और अंबुजा सीमेंट के शेयर बढ़त में रहे। अदाणी टोटल गैस 4.98 फीसदी, अदाणी ग्रीन एनर्जी 5 फीसदी, अदाणी ट्रांसमिशन 5 फीसदी, अदाणी पावर 4.98 फीसदी और अदाणी विल्मर 3.97 फीसदी गिरकर बंद हुआ।