विदेशी निवेशकों का शेयर बाजार में निवेश का मूल्य 11 फीसदी घटा
मुंबई- विदेशी निवेशकों की ओर से भारतीय बाजार में निवेश का मूल्य पिछले साल दिसंबर तक 11 फीसदी घटकर 584 अरब डॉलर हो गया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय बाजार में कम फायदा मिलने और निवेशकों के पैसे निकालने की वजह से ऐसा हुआ।
रिपोर्ट के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) का भारतीय बाजार में कुल निवेश का मूल्य 2021 में 654 अरब डॉलर था। तिमाही आधार पर सितंबर, 2022 के अंत तक यह तीन फीसदी बढ़कर 566 अरब डॉलर हो गया था। यह लगातार दूसरी तिमाही थी, जब इन निवेशकों के निवेश का मूल्य बढ़ा था।
आंकड़े बताते हैं कि 2020 और 2021 में मजबूत वृद्धि के बाद 2022 में वैश्विक बाजारों में गिरावट या नरमी रही। इसका सीधा असर भारतीय बाजार पर भी दिखा। इसमें रूस-यूक्रेन युद्ध, ऊंची ब्याज दरें और कमोडिटी की ऊंची कीमतों का योगदान रहा।
हालांकि भारतीय इक्विटी बाजार फिर भी दुनिया में बेहतर प्रदर्शन करने वाले बाजारों में से था। वर्ष के दौरान एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स ने 4.44 फीसदी का रिटर्न दिया। एसएंडपी बीएसई मिडकैप इंडेक्स ने 1.38 का फायदा निवेशकों को दिया। हालांकि, स्मॉल कैप ने 1.8 फीसदी का घाटा दिया।
विदेशी निवेशकों ने पिछले साल भारतीय शेयर बाजार से करीब 1.21 लाख करोड़ रुपये की निकासी की थी। पिछले तीन वर्षों में यह एफपीआई के लिहाज से सबसे खराब दौर रहा। इस साल 10 फरवरी तक भारतीय बाजार से एफपीआई ने करीब 4.7 अरब डॉलर की निकासी की है।
भारतीय बाजार के महंगे मूल्यांकन के कारण विदेशी निवेशक यहां से पैसा निकालकर दूसरे सस्ते बाजारों में लगा रहे हैं। पिछले महीने अदाणी समूह पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने निवेशकों के सेंटीमेंट को और ज्यादा प्रभावित किया। इससे भी बाजार में गिरावट रही।