भारत में 25 साल बाद बनी लकवा व दिल के दौरे की दवा,1300 रुपये में डोज
मुंबई- देश में लकवा या दिल के दौरे के इलाज के लिए करीब 25 साल बाद किसी कंपनी ने दवा का निर्माण किया है। फार्माज ने टाइवाल्जी नामक इस दवा को बनाया है और सनफार्मा पूरे भारत में इसका वितरण करेगी। फार्माज के चेयरमैन अनिल गुलाटी ने बताया कि अब इस दवा को अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन के पास भेजा गया है। वहां पर तीन चरणों की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
गुलाटी ने बताया, यह भारत में 1300 रुपये प्रति डोज उपलब्ध होगी जो वर्तमान दवाओं के मुकाबले ज्यादा सस्ती और कारगर है। यह दवा सीधे ब्रेन में जाती है और वहां पर मृत कोशिकाओं की जगह पर नई कोशिकाएं बनाती है। भारत में लकवे और दिल के दौरे के करीब 13 लाख मरीज होते हैं। इस दवा के केवल तीन डोज के उपयोग के बाद ही मरीज घर पर जा सकता है।