अदाणी को 4 लाख करोड़ की चपत लगाने वाला ये है अंबूलेंस ड्राइवर
मुंबई- एक एंबुलेंस ड्राइवर ने चाबी भरी और अडानी के रेत का महल दरकने लगा। एक झटके में अडानी की कंपनियों का मार्केट कैप 4.18 लाख करोड़ रुपये घट गया। हालांकि, सितंबर से देखें तो खुद अदाणी के नेटवर्थ में 54 अरब डॉलर की गिरावट आई है। उस समय अदाणी की नेटवर्थ 150 अरब डॉलर थी जो अब 96 अरब डॉलर रह गई है। उधर, दूसरी ओर भारतीय बैंकों के भी नुकसान हो रहे हैं। इन बैंकों ने भारी भरकम कर्ज अदाणी समूह को दिया है जिसमें एलआईसी भी शामिल है।
हिंडनबर्ग रिसर्च नाम की संस्था ने दो साल के रिसर्च के बाद रिपोर्ट प्रकाशित की कि अडानी का साम्राज्य पूरा भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी, झूठ और लूट पर टिका है। इसके लिए मॉरीशस रूट से लेकर मुखौटा कंपनियों तक का सहारा लिया गया है। इस रिपोर्ट से कॉरपोरेट जगत में सनसनी है। इस संस्था के फाउंडर हैं नाथन एंडरसन जो कभी एंबुलेंस ड्राइवर हुआ करते थे।
एंडरसन ने 2017 में हिंडनबर्ग रिसर्च की स्थापना की थी जिसका मकसद मानव निर्मित आपदाओं और वित्तीय गड़बडियों की पड़ताल करना है. संस्था ने अडानी समूह को 88 सवाल भेजे थे। अडानी ग्रुप की वित्तीय गड़बडियों पर इनके फर्म “हिंडनबर्ग” की रिपोर्ट ने सनसनी मचा दिया है और लगातार धड़ाम होने की ओर है अडानी ग्रुप के शेयर।
कमाल यह है नाथन ने इजराइल में एक एम्बुलेंस ड्राइवर के तौर पर भी काम किया है.2017 में इन्होंने हिंडनबर्ग की स्थापना की जिसका मुख्य उद्देश्य मानव निर्मित आपदाओ और वित्तीय गड़बडियों का पड़ताल करना है। इनकी संस्था में सिर्फ 10 लोग काम करते हैं। अडानी का साम्राज्य तबाह करने वाले नाथन एंडरसन के विषय में जितना पढता जा रहा हूँ कौतुहल और बढ़ता जा रहा है। अडानी से पहले 36 बड़े फ्राड कंपनियों का काम तमाम कर चुके हैं नाथन। जिसके पीछे पड़ते हैं पूरा खोद कर निकाल देते है. कंपनी में घुस जाते हैं, पैसा भी लगाते हैं और फिर एक्सपोज़ करते हैं।
हिंडनबर्ग रिसर्च को लांच करने से पहले एंडरसन, हैरी मार्कोपोलोस के साथ काम कर रहे थे.हैरी मार्कोपोलोस सेक में अधिकारी रह चुके हैं.जैसे भारत में सेबी होती है वैसे ही अमेरिका में सेक होता है। हैरी मार्कोपोलोस बर्नी मेडॉफ की फ्रॉड स्कीम का पर्दाफाश कर खूब चर्चा में आए थे. नाथन एंडरसन, हैरी मार्कोपोलोस को अपना गुरू मानते हैं। गुरू अपने चेले से खूब प्रभावित हैं।
मार्कोपोलोस कहते हैं कि एंडरसन कुछ भी खोद कर निकाल सकते हैं। अगर उन्हें किसी भी घपले की भनक लग जाए तो वो उसे बेपर्दा करके ही दम लेते हैं। उन्होंने एम्बुलेंस ऐसे ही किसी पड़ताल के लिए पैसे कम होने पर चलाया और उस पैसे से कई खुलासे किये.क्या इंसान है, जूनून है सच सामने लाने का।
बेहद लो प्रोफाइल लाइफ जीने वाले नाथन के 10 सहयोगी पिछले वर्षो में ही जुड़े है इससे पहले वे अकेले ही खुलासा करते थे। रिसर्च की विश्वसनियता इतनी कि विश्व के सभी बड़े मीडिया समूह में उनके रिसर्च की धूम है। एक ऐसा खोजी आदमी इस देश में नहीं है।