म्युचुअल फंड इंडस्ट्री की इक्विटी योजनाओं के लिए टी+2 सेटलमेंट की घोषणा
मुंबई- भारतीय इक्विटी बाजार सभी शेयरों के लिए टी+1 रिडेम्पशन पेमेंट साइकल की ओर बढ़ रहे हैं। इस तरह रिडेम्पशन पेमेंट साइकल की अवधि को एक दिन कम कर दिया गया है और वर्तमान की तुलना में अब एक दिन पहले धन निवेशकों के खातों में उपलब्ध कराया जा रहा है।
म्युचुअल फंड निवेशकों हितों को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि सभी एसेट मैनेजमेंट कंपनियां (एएमसी) इक्विटी योजनाओं के लिए टी+2 रिडेम्पशन भुगतान चक्र को अपनाएंगी, और 1 फरवरी, 2023 से इसे समान रूप से लागू करेंगी (यानी, 1 फरवरी, 2023 को कट ऑफ टाइमिंग से पहले प्राप्त सभी लेनदेन और 1 फरवरी 2023 की क्लोजिंग एनएवी पर प्रोसेस्ड)। ‘टी प्लस 1’ यानी ‘ट्रेड प्लस वन’ बताता है कि बाजार में व्यापार संबंधित सौदों का निपटान कारोबार के बाद एक दिन के भीतर हो जाएगा। अब तक घरेलू शेयर बाजार में खरीद-बिक्री का निपटान सौदे के बाद दो कामकाजी दिवस (टी प्लस 2) में होता है।
आदित्य बिरला म्यूचुअल फँड के एमडी ए बालासुब्रमण्यम ने कहा कि ‘‘भारतीय इक्विटी बाजारों के लिए ‘टी प्लस 1’ निपटान चक्र दुनियाभर में पहला कदम है। एक उद्योग के रूप में, हम अपने म्यूचुअल फंड निवेशकों को लाभ देना चाहते हैं और इसलिए हम इक्विटी फंडों के लिए ‘टी प्लस 2’ रिडेम्पशन भुगतान चक्र को सक्रिय रूप से अपना रहे हैं।