बड़ी कंपनियों के कर्ज में तेजी, कुल कर्ज में हिस्सेदारी 7.9 फीसदी हुई
मुंबई- बैंकों के लोन पोर्टफोलियो में भले ही ज्यादा हिस्सेदारी छोटे कारोबार की हो, लेकिन एक साल में बड़ी कंपनियां भी कर्ज में तेजी लाई हैं। आंकड़े बताते हैं कि सितंबर में बैंकों के कर्ज में बड़ी कंपनियों की कुल हिस्सेदारी 7.9 फीसदी हो गई जो एक साल पहले इसी अवधि में 2.1 फीसदी गिरावट में थी। आरबीआई के क्षेत्रवार आंकड़ों के अनुसार, गैर खाद्य क्षेत्र में उधारी 16.9 फीसदी बढ़ी है जो एक साल पहले 6.8 फीसदी थी।
आरबीआई के आंकड़े के मुताबिक, मध्यम दर्जे की कंपनियों के कर्ज में 36.2 फीसदी की तेजी रही है जो एक साल पहले 37.1 फीसदी थी। सू्क्ष्म एवं लघु उद्योग को दिए जाने वाले कर्ज मे 12.6 फीसदी की बढ़त देखी गई है। उद्योग की बैंकों के लोन में कुल हिस्सेदारी सितंबर अंत तक 26 फीसदी रही है। उद्योग में इंजीनियरिंग, बुनियादी मेटल, बेवरेजेस और तंबाकू, खाद्य प्रसंस्करण, इंफ्रा, लेदर और पेट्रोलियम के साथ कोयला एवं रबर, प्लास्टिक आदि शामिल हैं। हालांकि, इसी दौरान जेम्स एंड ज्वेलरी, खनन और पेपर एवं टेक्सटाइल्स को दिए जाने वाले कर्ज में कमी आई है।
खुदरा कर्ज बैंकों के कुल कर्ज में 29 फीसदी हिस्सा रखता है। एक साल पहले इसकी हिस्सेदारी 13.2 फीसदी थी। इसमें ज्यादातर हासिंग और वाहन लोन होते हैं। सेवा क्षेत्र को दिए जाने वाले कर्ज में सितंबर में 20 फीसदी की तेजी आई है जबकि एक साल पहले इसमें केवल 1.2 फीसदी की बढ़त हुई थी। इसमें एनबीएफसी और ट्रेड क्षेत्र को ज्यादा कर्ज मिला है।
कृषि क्षेत्र को दिया जाने वाला कर्ज अच्छा प्रदर्शन किया है। इसमें 13.4 फीसदी की बढ़त हुई है। एक साल पहले 10.6 फीसदी की तेजी आई थी। यह आंकड़े कुल 40 बैंकों के आधार पर तय किए गए हैं। इनकी हिस्सेदारी कुल कर्ज में 93 फीसदी है।