ब्याज दरें बढ़ने का असर नहीं, बैंकों का होम लोन 5 साल में दोगुना बढ़ा
मुंबई- आरबीआई भले ही ब्याज दरें बढ़ा रहा हो और कर्ज महंगा हो रहा हो, बावजूद इसके घर खरीदारों पर इसका कोई असर नहीं हो रहा है। पिछले 5 वर्षों में बैंकों का होम लोन दोगुना बढ़कर 16.85 लाख करोड़ रुपये हो गया है। 2016-17 में यह 8.60 लाख करोड़ रुपये था।
आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों में बैंकों के होम लोन में 10 फीसदी से ज्यादा वृद्धि रही है। इस दौरान रेपो दर में 1.90 फीसदी का इजाफा किया गया। बैंकिंग और रियल एस्टेट के विश्लेषकों का मानना है कि ब्याज दर जरूर एक महत्वपूर्ण मामला है, लेकिन इससे घर खरीदारों पर कोई असर नहीं होता है। क्योंकि फैसला आज की आय पर होता है लेकिन भविष्य को देखकर किया जाता है।
जानकारों का कहना है कि ब्याज दरें लंबे समय के लिए होती हैं और यह कम ज्यादा होती ही रहेंगी। बैंक ऑफ बड़ौदा के महाप्रबंधक एचटी सोलंकी ने कहा कि लोग सस्ता घर खरीदना चाहते हैं। हालांकि, होम लोन एक लंबे समय का उत्पाद होता है और ग्राहक कर्ज लेने के बाद ब्याज दरों में बदलाव की उम्मीद कर सकता है। सोलंकी का कहना है कि सालाना लोगों की आय 8-12 फीसदी बढ़ती है। इससे कुछ हद ब्याज की वृद्धि के प्रभाव को कम करने में मदद होती है।
अगस्त के अंत तक कुल 17.85 लाख करोड़ रुपये का होम लोन बैंकों ने दिया था। एचडीएफसी लि की एमडी रेणू सुद कर्ना़ड ने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि ब्याज दरों की वृद्धि का होम लोन पर बहुत ज्यादा असर होगा। घर खरीदने का फैसला काफी सोच विचार के बाद होता है। मार्च, 2016 में ब्याज दरें 9.45 फीसदी पर हुआ करती थीं, जो हाल में 1.90 फीसदी बढ़ने के बाद भी उससे कम यानी 8.85 फीसदी पर हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, इस साल जनवरी से सितंबर के दौरान सात शहरों में मकानों की बिक्री 87 फीसदी बढ़ी है।