देश का पहला सेमीकंडक्टर कारखाना गुजरात में, 1.54 लाख करोड़ का निवेश
मुंबई- वेदांता और ताइवान की इलेक्ट्रॉनिक कंपनी फॉक्सकॉन मिलकर देश का पहला सेमीकंडक्टर कारखाना बनाएंगी। यह गुजरात के अहमदाबाद में होगा। इसमें 1.54 लाख करोड़ रुपये का निवेश होगा। इसमें से 94 हजार करोड़ रुपये डिस्प्लेन निर्माण इकाई पर और 60 हजार करोड़ रुपये सेमीकंडक्टर निर्माण इकाई पर खर्च होगा। इससे एक लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।
इस संयुक्त उपक्रम में वेदांता की हिस्सेदारी 60 फीसदी और फॉक्सकॉन की 40 फीसदी होगी। कंपनी ने बताया कि यह प्लांट 1,000 एकड़ में होगा। इससे अगले दो साल में उत्पादन शुरू हो जाएगा। इस संबंध में वेदांता ने गुजरात सरकार के साथ एक ज्ञापन समझौता किया है। भारतीय सेमीकंडक्टर बाजार 2021 में 27.2 अरब डॉलर का था जो 2026 तक 19 फीसदी बढ़कर 64 अरब डॉलर तक जा सकता है। इसके बावजूद भी भारत में कोई चिप मैन्युफैक्चरिंग नहीं होती है। चिप की कमी के कारण कार कंपनियों को भारी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ा है।
वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा कि इस योजना से ताइवान और चीन पर निर्भरता कम होगी। साथ ही गुजरात में यह अब तक का सबसे बड़ा निवेश है। वेदांता और फॉक्सकॉन सेमी कंडक्टर की पीएलआई योजना में शामिल हैं। इस चिप से लैपटाप और टैबलेट सस्ते हो सकेंगे।
वेदांता के अलावा दुबई की नेक्स्ट आर्बिट और इजराइल की टेक फर्म टावर ने सेमीकंडक्टर के लिए कर्नाटक सरकार के साथ ज्ञापन समझौता किया है। यह प्लांट मैसूर में होगा जबकि सिंगापुर की आईजीएसएस वेंचर ने तमिलनाडु को अपनी यूनिट के लिए चुना है।
केंद्रीय दूरसंचार एवं आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस अवसर पर कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सात साल पहले डिजिटल इंडिया पहल शुरू की थी तो हम सोचते थे कि यह यात्रा हमें भविष्य में कहां ले जाएगी, क्योंकि उनकी विचार की प्रक्रिया पूरी तरह से अलग थी। आज भारत में 70 हजार स्टार्टअप हैं। इसमें 100 यूनिकॉर्न शामिल हैं। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हमने एक ऐसा इकोसिस्टम बनाया है जिसने अकेले इलेक्ट्रॉनिक्स में 25 लाख नौकरियां पैदा की हैं। अब इसे एक करोड़ तक ले जाने का लक्ष्य है।