बीमा पॉलिसी पर भी ले सकते हैं कर्ज, जानिए कितना मिलता है लोन
मुंबई- अगर आपके पास जीवन बीमा पॉलिसी (लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी) है तो आप उस पर लोन ले सकते हैं। पॉलिसी के बदले आसानी से और कम ब्याज पर लोन मिलता है। ये लोन आप बैंक या नॉन-बैकिंग वित्तीय संस्थाओं (NBFC) के जरिए ले सकते हैं।
लाइफ इंश्योरेंस के मामले में पूरी अवधि तक चलाने से पहले पॉलिसी सरेंडर करने पर आपको प्रीमियम के तौर पर चुकाई गई रकम का कुछ हिस्सा वापस मिल जाता है। इसमें चार्ज काट लिए जाते हैं। यही रकम सरेंडर वैल्यू कहलाती है।
केवल उन पॉलिसी में ही सरेंडर वैल्यू की वापसी होती है जिनमें बीमा के साथ निवेश का भी हिस्सा होता है। इसलिए शुद्ध टर्म प्लान में कोई सरेंडर वैल्यू नहीं होगी। वहीं, एंडोमेंट, मनीबैक और यूलिप जैसे पारंपरिक प्लानों में सरेंडर वैल्यू होती है। इसके अलावा आपको अपने पैसे का एक हिस्सा तभी मिलेगा जब आपने दो साल के लिए लगातार प्रीमियम का भुगतान किया हो। कई कंपनियों में ये सीमा 3 साल की भी है।
ब्याज दर प्रीमियम के अमाउंट और भुगतान किए गए प्रीमियम की संख्या पर निर्भर करती है। प्रीमियम और प्रीमियम की संख्या जितनी अधिक होगी, ब्याज दर उतनी ही कम होगी। लाइफ इंश्योरेंस पर लोन की ब्याज दर 10-12% के बीच होती है।
लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी पर लोन के लिए आवेदन फार्म के साथ आपको जीवन बीमा पॉलिसी के सभी जरूरी मूल कागजात जमा करने होंगे। लोन की रकम प्राप्त करने के लिए एक कैंसिल चेक आवेदन फार्म के साथ लगाना होगा। बीमा पॉलिसी के बदले लोन लेने पर अनुबंध पत्र पर साइन करना जरूरी होता है।