जमा और कर्ज के मामले में बैंक ऑफ महाराष्ट्र पहले स्थान पर, एसबीआई चौथे पर
मुंबई- जून तिमाही में जमा लेने और कर्ज देने के लिहाज से सरकारी बैंकों में बैंक ऑफ महाराष्ट्र पहले स्थान पर है। इसकी उधारी 27.10 फीसदी बढक़र 1.40 लाख करोड़ रुपये हो गई है। जूबकि दूसरे नंबर पर इंडियन ओवरसीज बैंक है। इसका कर्ज 16.43 फीसदी बढ़ा है। बैंक ऑफ बड़ौदा 15.73 फीसदी बढ़त के साथ सूची में तीसरे स्थान पर काबिज है।
देश का सबसे बड़ा बैंक एसबीआई चौथे स्थान पर है। इसके कर्ज में 13.66 फीसदी की तेजी आई है। हालांकि आंकड़ों के लिहाज से एसबीआई पहले स्थान पर है। इसने कुल 24.50 लाख करोड़ रुपये का कर्ज बांटा है। यह बैंक ऑफ महाराष्ट्र की तुलना में 17 गुना ज्यादा है।
बड़े बैंकों में बैंक ऑफ बड़ौदा ने पहली तिमाही में 6.95 लाख करोड़ रुपये कर्ज बांटा है। यह बैंक ऑफ महाराष्ट्र की तुलना में 5 गुना ज्यादा है। जमा के मामले में बैंक ऑफ महाराष्ट्र की वृद्धि दर 12.35 फीसदी रही है। इसे कुल 1.95 लाख करोड़ रुपये जमा मिला है। यूनियन बैंक जमा के लिहाज से दूसरे स्थान पर है। इसकी वृद्धि दर 9.42 फीसदी (9.92 लाख करोड़ रुपये) रही है।
बैंक ऑफ बड़ौदा का कुल जमा 8.51 फीसदी बढ़ा जो 9.09 लाख करोड़ रुपये रहा है। बैंक ऑफ महाराष्ट्र और एसबीआई का बुरा फंसा कर्ज (एनपीए) तिमाही के दौरान सबसे ज्यादा गिरा है। सभी 12 सरकारी बैंकों ने जून तिमाही में कुल 15,306 करोड़ रुपये का फायदा दिखाया है। सालाना आधार पर यह 9.2 फीसदी बढ़ा है। अप्रैल-जून, 2021 में इनका मुनाफा 14,013 करोड़ रुपये था। हालांकि एसबीआई और पंजाब नेशनल बैंक के फायदे में कमी आई है।
एसबीआई का जून तिमाही में सकल एनपीए 3.91 फीसदी रहा जबकि बैंक ऑफ महाराष्ट्र का 3.74 फीसदी था। शुद्ध एनपीए घटकर 0.88 और एक फीसदी पर रहा। अन्य बैंकों का सकल एनपीए 6.26 से 14.90 फीसदी के बीच था। बैंक ऑफ बड़ौदा का सकल एनपीए 6.26 जबकि सेंट्रल बैंक का 14.90 फीसदी रहा।