विनिर्माण गतिविधियां 9 महीने के निचले स्तर पर, पीएमआई इंडेक्स गिरा
मुंबई- देश की विनिर्माण गतिविधियां जून में 9 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गईं। हालांकि इसमें लगातार 12 महीने से बढ़त हो रही थी। मासिक सर्वे में पर्चेजिंग मैनेजर इंडेक्स (पीएमआई) मई में 54.6 से गिरकर जून में 53.8 पर पहुंच गया। पिछले सितंबर से अब तक यह सबसे कमजोर वृद्धि रही। हालांकि लगातार 12वें महीने यह 50 से ऊपर रहा है। इसके 50 से ऊपर होने का मतलब विस्तार और नीचे होने का मतलब गिरावट से होता है।
जानकारों के मुताबिक, भू-राजनीतिक तनाव से बढ़ती महंगाई से लेकर रुपये में कमजोरी जैसे कई कारण हैं जो अर्थव्यवस्था पर दबाव बना रहे हैं। इसकी वजह से पीएमआई में कमी देखने को मिली है। एसएंडपी ने पीएमआई आंकड़े जारी करने के साथ ये भी कहा कि चुनौतीपूर्ण वातावरण में विनिर्माण क्षेत्र की गतिविधियों में बढ़त काफी उत्साहजनक है, भले ही इसमें थोड़ा धीमापन रहा है। सर्वे के मुताबिक, बढ़ती महंगाई कारोबारी भरोसे पर लगातार हावी हो रही है। इससे सेंटीमेंट्स 27 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया है। हालांकि नौकरियों के मोर्चे पर लगातार चौथे महीने बढ़त दिखी है।
ऊर्जा खपत 17.2 फीसदी बढ़कर 134 अरब यूनिट
तेज गर्मी और आर्थिक गतिविधियों में तेजी से जून महीने में ऊर्जा की खपत 17.2 फीसदी बढ़कर 134.13 अरब यूनिट पर पहु्ंच गई। एक साल पहले इसी महीने में 114.48 अरब यूनिट की खपत हुई थी। 2020 में यह 105.08 अरब यूनिट थी। ऊर्जा मंत्रालय ने कहा कि 8 जून को सबसे ज्यादा खपत 209.8 गीगावाट थी। जून, 2021 में यह 191.24 और 2020 में 164.98 अरब यूनिट का रिकॉर्ड था।