LIC IPO का 15 लाख करोड़ हो सकता है वैल्यूएशन, टीसीएस को पीछे छोड़ेगी
मुंबई- दुनिया की सबसे बड़ी सरकारी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के IPO को बीमा रेगुलेटर इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (IRDAI) ने मंजूरी दे दी है। साथ ही ऐसी उम्मीद है कि कंपनी का वैल्यूएशन 15 लाख करोड़ रुपए हो सकता है।
इस समय LIC में सरकार की 100% हिस्सेदारी है। इसकी असेट्स 44 लाख करोड़ रुपए के पार है। इसके पास 29 करोड़ पॉलिसीज और 34.3 लाख करोड़ रुपए का लाइफ फंड्स है। 2,048 ब्रांच ऑफिस, 8 जोनल कार्यालय, 113 विभागीय कार्यालय और 11.48 लाख एजेंट्स इसके हैं।
भारतीय शेयर बाजार में LIC का करीबन 3.67% हिस्सा है। यानी अन्य कंपनियों में जो उसका निवेश है, वह इतना है। इसके इस हिस्से का कुल वैल्यू 9.53 लाख करोड़ रुपए है। एनएसई के 278 स्टॉक ऐसे हैं, जिसमें इसकी एक पर्सेंट से ज्यादा हिस्सेदारी है। पर्सेंट के लिहाज से IDBI बैंक में इसकी सबसे ज्यादा 49.24% हिस्सेदारी है जबकि LIC हाउसिंग फाइनेंस में यह 45.24% की मालिक है।
LIC IPO में 5% हिस्सा बेच सकती है। हालांकि पहले यह 10% का अनुमान था। सरकार ने चालू वित्तवर्ष में विनिवेश की रकम के लक्ष्य को घटाकर 78 हजार करोड़ रुपए कर दिया है जो पहले 1.75 लाख करोड़ रुपए था। ऐसे में LIC में भी कम हिस्सेदारी बिकेगी। LIC इसी हफ्ते मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास IPO के लिए मसौदा जमा करा सकती है। ऐसे में मार्च के मध्य तक इसके इश्यू लाने की उम्मीद है। यह देश का अब तक का सबसे बड़ा IPO होगा।
इसका साइज 60 हजार करोड़ से 70 हजार करोड़ रुपए के बीच हो सकता है। पिछले 2 महीने से LIC के एजेंट लगातार अपने पॉलिसीधारकों से डीमैट अकाउंट खोलने के लिए कह रहे हैं। LIC ने भी खुद कहा है कि अगर आप इस IPO का हिस्सा बनना चाहते हैं तो आपको डीमैट अकाउंट खोलना होगा। यह बीमा कंपनी IPO में अपने पॉलिसीधारकों और कर्मचारियों के लिए प्राइस बैंड में 5% का डिस्काउंट दे सकती है। कंपनी ने पहले ही 10% हिस्सा पॉलिसीधारकों के लिए रिजर्व किया है।
ब्रोकिंग हाउस एंजल वन ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि LIC का मार्केट कैप 13 से 15 लाख करोड़ रुपए होगा। यानी यह देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के बाद सबसे बड़ी कंपनी होगी। रिलायंस का मार्केट कैप 16 लाख करोड़ रुपए के करीब है।