रूस और यूक्रेन के बीच लड़ाई तेज होगी, अमेरिका ने तैयार किया 9000 सैनिक
मुंबई- रूस और यूक्रेन के बीच जंग का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। इसे देखते हुए अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने 8,500 अमेरिकी सैनिकों को पूर्वी यूरोप में तैनाती के लिए ‘हाई अलर्ट’ पर रखा है।
पूर्वी यूरोप में नाटो को मजबूत करने के लिए अमेरिकी सैनिकों को तैनात किया जा सकता है। यूरोप में अतिरिक्त अमेरिकी फोर्सेस की तैनाती नाटो के फैसले पर ही होगी।ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन को यूक्रेन पर हमले की स्थिति में गंभीर नतीजे भुगतने की चेतावनी दी है। जॉनसन का ये बयान रूसी सेना द्वारा फरवरी में आयरलैंड के तट से 150 मील दूर समुद्री सैन्य अभ्यास करने के ऐलान के बाद आया है।
रूस के संभावित हमले से मुकाबले के लिए ब्रिटेन ने यूक्रेन को बड़ी संख्या में अत्याधुनिक एंटी टैंक मिसाइलें और एंग्लो-स्वीडिश एंटी टैंक गाइडेड मिसाइलें सौंपी हैं। माना जा रहा है कि रूस की तरफ से यूक्रेन की सीमा पर सबसे पहले टैंकों से हमले की आशंका है। नाटो मिलिट्री एक्सपर्ट्स के मुताबिक, रूस ने यूक्रेन सीमा पर अपने लगभग 8 हजार टैंक तैनात किए हुए हैं। रूस ने यूक्रेन सीमा पर 36 इस्कैन्डर मिसाइल लॉन्चर भी तैनात कर रखे हैं।
रूस और यूक्रेन में जो हालात बने हैं, उनमें अमेरिका ने भी सीधी कार्रवाई का मन बन लिया है। शनिवार को मैरीलैंड में पेंटागन के अफसरों ने बाइडेन के सामने रूस से निपटने के कई विकल्प पेश किए। इनमें से एक यह है कि रूस पर सैन्य दबाव बनाने के लिए उसके करीबी देशों में अमेरिकी सैनिक, फाइटर जेट्स और वॉरशिप तैनात किए जाएं। 1 से 5 हजार अमेरिकी सैनिक इन देशों में किसी भी वक्त भेजे जा सकते हैं।