क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करते हैं तो संभल कर लगाएं पैसा
मुंबई- अगर आप क्रिप्टो करेंसी के निवेशक हैं तो आपको बहुत संभलकर इसमें पैसा लगाना चाहिए। हालांकि कभी कभी आप एक ही दिन में सैकड़ों या हजारों पर्सेंट का फायदा कमा सकते हैं, पर उतना ही इस करेंसी में जोखिम भी है।
अप्रैल-मई में ही चीन ने क्रिप्टो पर प्रतिबंध लगाने की बात कह दी और कारोबार पर पाबंदी लगा दी। इस वजह से कुछ क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें एक ही घंटे में 30-40% तक गिर गई थीं। सितंबर आते-आते खरीदार फिर लौटे। इसके बाद बिटकॉइन की कीमत फिर से नवंबर में 54 लाख रुपए को पार कर गई। अब 40 लाख रुपए के आस-पास है। इस साल की शुरुआत से यह 32% ऊपर है।
क्रिप्टोकरेंसी में ब्लूचिप मानी जाने वाली करेंसी बिटकॉइन और एथरियम की कीमत साल 2021 में 35 से 40% बढ़ी हैं। हालांकि इसमें काफी उतार-चढ़ाव रहा। बिटकॉइन की कीमत अप्रैल में 51 लाख रुपए तक चली गई थी। मई और जून में यह 28 लाख रुपए तक चली गई थी। यानी इसमें 40 पर्सेंट से ज्यादा की गिरावट दिखी।
वैसे अभी तक इस करेंसी के मामले में सभी देश सहमत नहीं हैं। दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टो बाजार चीन था, जिसने इस पर सितंबर में प्रतिबंध लगा दिया था। भारत में सरकार इसके रेगुलेशन पर काम कर रही है। माना जा रहा है कि सरकार इसे रेगुलेट करके मंजूरी दे सकती है
अगर आप जोखिम लेना चाहते हैं तो फिर अपने कुल निवेश का 10% हिस्सा इसमें लगा सकते हैं। जानकार मानते हैं कि ज्यादा जोखिम वाली क्रिप्टोकरेंसी में निवेशकों को मामूली निवेश करना चाहिए। पिछले कुछ महीने से यह 5 से 6 हजार पर्सेंट बढ़ चुकी है। ऐसे में कोई भी निवेश इसमें आगे घाटा भी दे सकता है।
मई में जिस तरह से इसमें एक ही दिन में की 70-80% तक की गिरावट आई थी, ऐसे में इसी रफ्तार से इसमें कभी भी उतार-चढ़ाव बना रहा सकता है। यानी भारी उतार-चढ़ाव इसममें होता है। बिटकॉइन जैसी प्रसिद्ध करेंसी में भी नवंबर में भारी गिरावट आई और वहां से अब तक इसमें 25% तक की कमी आई है। अगर आप इस तरह के उतार-चढ़ाव को झेलने में सक्षम हैं तो फिर आप इसमें निवेश कर सकते हैं।
निवेश करने के लिए आपको एक विश्वसनीय प्लेटफॉर्म को चुनना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि भारत में यह रेगुलेटेड नहीं है। आपको एक अच्छे और विश्वसनीय प्लेटफॉर्म के जरिए इसमें निवेश करना चाहिए। आपको निवेश के लिए किसी टिप्स पर भरोसा नहीं करना चाहिए। ठीक उसी तरह, जैसे आप शेयर बाजार में ढेर सारे टिप्स पर भरोसा नहीं करते हैँ। क्रिप्टो में भरोसेमंद डेटा नहीं मिलते हैं। निवेशक सोशल मीडिया की गलत जानकारियों के आधार पर इसमें पैसे लगाते हैं। कुछ एनालिस्ट वॉट्सऐप ग्रुप बनाकर इसे सर्कुलेट करते हैं।
जिस तरह आप शेयर बाजार में बड़ी कंपनियों पर फोकस करते हैं, उसी तरह से क्रिप्टोकरेंसी में भी आपको ब्लूचिप यानी बड़ी करेंसी पर फोकस करना चाहिए। इसमें भी मिड कैप और पेन्नी यानी सस्ती करेंसी या सिक्के होते हैं। इसलिए कम कीमत देखकर कभी भी किसी सिक्के को खरीदने से बचना चाहिए।