61 हजार के नीचे पहुंचा सेंसेक्स, मार्केट कैप में 9 लाख करोड़ रुपए की कमी
मुंबई- पिछले तीन दिनों में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 1 हजार अंक टूट चुका है। इसी दौरान लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 9 लाख करोड़ रुपए घट गया है। मंगलवार को सेंसेक्स 61,716 अंक पर बंद हुआ था जबकि निफ्टी 18,418 पर बंद हुआ था। गुरुवार को सेंसेक्स में 500 अंकों की ज्यादा गिरावट आई। इससे सेंसेक्स 61 हजार के नीचे पहुंच गया। इसने 60,697 का लेवल टच किया। इसी तरह निफ्टी 18,200 पर पहुंच गया है।
18 अक्टूबर को कुल मार्केट कैप 274.69 लाख करोड़ रुपए था जबकि गुरुवार को यह 265 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया। यानी तीन दिनों में इसमें 9 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की गिरावट आई। बुधवार को मिड कैप और स्माल कैप शेयर्स में जमकर गिरावट आई थी। इस वजह से बाजार पर दबाव बना।
गुरुवार के कारोबार में ब्लूचिप यानी बड़ी कंपनियों के शेयर में भारी गिरावट आई। इसका असर बाजार पर दिखा। रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर्स में 2% की गिरावट आई। यह शेयर 2,635 रुपए पर पहुंच गया। इसका मार्केट कैप 16.81 लाख करोड़ रुपए हो गया। मंगलवार को 17.31 लाख करोड़ रुपए था। टाटा कंसलटेंसी (TCS) के शेयर्स में भी 2% की गिरावट आई। इसका मार्केट कैप 13.70 लाख करोड़ रुपए से घटकर 13.07 लाख करोड़ रुपए हो गया।
मिडकैप की बात करें तो दो दिनों में IRCTC का शेयर 25% टूट चुका है। जुबिलेंट फूड्स का शेयर 9%, सोना BLW का शेयर 16%, मैक्रोटेक डेवलपर्स का शेयर 12% और NHPC का शेयर 9% टूटा है। स्मालकैप में मस्टेक का शेयर 11%, दीपक नाइट्रेट का 11%, MTAR टेक का शेयर 11%, आरती इंडस्ट्रीज का शेयर 12% टूटा है। बुधवार को चीनी कंपनियों के शेयर्स में 10% की गिरावट आई थी। गुरुवार को भी इन कंपनियों के शेयर्स में गिरावट जारी है। धामपुर चीनी का शेयर 3% नीचे है जबकि बलरामपुर चीना का शेयर 2% नीचे है।
अप्रैल से मार्केट कैप में 75 लाख करोड़ रुपए की बढ़त हुई है। 19 अप्रैल को 201 लाख करोड़ रुपए मार्केट कैप था। इसमें ए ग्रुप का 192 और बी ग्रुप का मार्केट कैप 6.86 लाख करोड़ रुपए था। महीने के अनुसार देखें तो मई में मार्केट कैप 223 लाख करोड़ रुपए, जून में 229 लाख करोड़, जुलाई में 235 लाख करोड़, अगस्त में 250 लाख करोड़ और सितंबर में 260 लाख करोड़ रुपए हो गया था।