श्रेई इंफ्रा की हालत खराब, आरबीआई ने अपने कंट्रोल में लिया
मुंबई- रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने सोमवार को SREI इंफ्रा और SREI इक्विपमेंट फाइनेंस लिमिटेड के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स का कंट्रोल ले लिया। SREI ग्रुप की कंपनियों के डिफॉल्ट और गवर्नेंस को लेकर आशंकाओं के कारण RBI की ओर से यह कदम उठाया गया है।
बैंक ऑफ बड़ौदा के पूर्व CGM, रजनीश शर्मा को इन कंपनियों के लिए एडमिनिस्ट्रेटर नियुक्त किया गया है। SREI ग्रुप के मैनेजमेंट के लगभग 35,000 करोड़ रुपये की बकाया रकम को लेकर एक वर्ष तक कोई कानूनी या अन्य कार्रवाई नहीं करने की मांग से जुड़े प्रपोजल को एक सप्ताह पहले क्रेडिटर्स ने ठुकरा दिया था।
RBI जल्द ही इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी रूल्स, 2019 के तहत इन कंपनियों के रिजॉल्यूशन का प्रोसेस शुरू करेगा। इसके साथ ही नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल (NCLT) को एडमिनिस्ट्रेटर को इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी प्रोफेशनल के तौर पर नियुक्त करने के लिए आवेदन किया जाएगा।
इस बारे में RBI की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि RBI ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया एक्ट, 1934 के तहत दी गई शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए इन दोनों कंपनियों के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स का कंट्रोल लिया है। SREI ग्रुप ने RBI से DHFL जैसे रिजॉल्यूशन के लिए संपर्क किया था। DHFL को पिरामल ग्रुप ने 38,000 करोड़ रुपये में एक्वायर किया है। कर्ज के बोझ से दबे SREI ग्रुप से कई सीनियर मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स इस्तीफा दे चुके हैं।