एयर इंडिया को बेचने के लिए सरकार 15 सितंबर से आगे नहीं बढ़ा सकती है तारीख
मुंबई- सरकार एयर इंडिया के लिए बोली मंगाने की अंतिम तारीख 15 सितंबर से आगे नहीं बढ़ा सकती है। कंपनी के लिए रिजर्व प्राइस कितनी होगी, यह बोली मिलने के बाद तय किया जाएगा।
केंद्रीय नागर विमानन राज्य मंत्री वीके सिंह ने जुलाई में संसद को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कंपनी के लिए 15 सितंबर तक फाइनेंशियल बिड मिलने की उम्मीद जताई थी। उन्होंने कहा था कि पिछले साल 14 दिसंबर तक अभिरुचि पत्र (EoI) देने की अंतिम तारीख तय की गई थी। EY को कई कंपनियों की EoI मिले थे। वीके सिंह ने कहा था कि निजीकरण के बाद एयरलाइन की चल संपत्तियां नए मालिक के हवाले कर दी जाएंगी। कंपनी का कर्ज घटाने के लिए उसकी अचल संपत्तियों को मोनेटाइज किया जा रहा है।
एविएशन कंसल्टेंसी फर्म कापा इंडिया ने अपने इंडिया एविएशन आउटलुक FY22 में कहा था कि कंपनी की देनदारियां 2024-25 तक 20 अरब डॉलर से ज्यादा हो सकती हैं। इसमें कोविड के चलते FY21 और FY22 के दौरान हुआ उसका घाटा भी शामिल होगा। एयर इंडिया 2007 में इंडियन एयरलाइंस में विलय के बाद से कभी नेट प्रॉफिट में नहीं रही है। कंपनी को मार्च 2021 में खत्म तिमाही में ₹9,500- ₹10,000 करोड़ का घाटा होने का अनुमान लगाया गया है।