निप्पोन म्यूचुअल फंड के सीईओ संदीप सिक्का को मिलती है 41 करोड़ सैलरी, 5 गुना का इजाफा हुआ
मुंबई- देश में छठें नंबर की म्यूचुअल फंड कंपनी निप्पोन लाइफ असेट मैनेजमेंट के सीईओ संदीप सिक्का को सालाना 41.95 करोड़ रुपए सैलरी मिलती है। इस सैलरी में उनका बोनस, कमीशन के साथ सभी तरह के बेनिफिट हैं।
कोरोना में एक ओर जहां पूरी दुनिया में आर्थिक गतिविधयां ठप हुई, वही कई सीईओ की सैलरी में जमकर इजाफा हुआ। संदीप सिक्का की सैलरी में 4.97 गुना का इजाफा हुआ है। इसी साल अप्रैल में सेबी ने एक सर्कुलर में यह कहा था कि फंड हाउसों के मुख्य अधिकारियों को 20 पर्सेंट सैलरी स्कीम की यूनिट के रूप में दिया जाना चाहिए। इसे अक्टूबर से लागू किया जाना है।
वैसे 2019-20 की बात करें तो एचडीएफसी म्यूचुअल फंड के सीईओ मिलिंद बर्वे को 7.4 करोड़ रुपए की सैलरी मिलती थी। वे सबसे लंबे समय तक म्यूचुअल फंड में सीईओ रहे हैं। हालांकि वे इसी साल फरवरी में रिटायर हो गए हैं। इसी साल में कोटक म्यूचुअल फंड के सीईओ निलेश शाह को 7.3 करोड़ रुपए की सैलरी मिली थी। इसमें 68 पर्सेंट का इजाफा हुआ था। उनके पास बाजार और फाइनेंशियल मार्केट में 25 सालों का लंबा अनुभव है।
2019-20 में केवल सैलरी की बात करें तो संदीप सिक्का को 6.01 करोड़ रुपए सैलरी मिली थी। उसके एक साल पहले की तुलना में इसमें 8 पर्सेंट की कमी की गई थी। आईडीएफसी म्यूचुअल फंड के विशाल कपूर को 2019-20 में 5 करोड़ रुपए जबकि एक्सिस म्यूचुअल फंड के सीईओ चंद्रेश निगम को 3.97 करोड़ रुपए की सैलरी मिली थी।
यूटीआई के इम्तियाजुर रहमान को 2.27 करोड़ रुपए और डीएसपी के कल्पेन पारेख को 5.20 करोड़ रुपए की सैलरी मिली थी। इन सभी की सैलरी में इसके अलावा इसॉप्स, कमीशन और अन्य बेनिफिट भी होते हैं जो मिलाने पर सैलरी की तुलना में 7-10 गुना तक बढ़ जाते हैं।
जुलाई में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का 35.31 लाख करोड़ रुपए असेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) रहा है। जुलाई 2011 में यह केवल 7.28 लाख करोड़ रुपए था जबकि 2016 में 15.18 लाख करोड़ रुपए था। जुलाई तक कुल 10.55 करोड़ फोलियो था। यानी निवेशकों के कुल अकाउंट 10.55 करोड़ थे। इसमें से 8.7 करोड़ रिटेल निवेशकों ने इक्विटी फंड में निवेश किया।