मारुति सुजुकी 18 हजार करोड़ रुपए का निवेश करेगी कंपनी
मुंबई– कार बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी मारुति सुजुकी ने कहा है कि वह हरियाणा से अपना कोई भी निवेश और रोजगार गुजरात लेकर नहीं जा रही है। साथ ही वह नए प्लांट पर 18 हजार करोड़ रुपए का निवेश करेगी। इसके जरिए सालाना वह 7.50 से 10 लाख कारों को हरियाणा के प्लांट में बनाने में सफल होगी।
दरअसल कांग्रेस के महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मारुति सुजुकी के प्लांट शिफ्टिंग को लेकर हरियाणा सरकार की खिंचाई की थी। इसका जवाब देते हुए कंपनी के चेयरमैन आर.सी. भार्गव ने कहा कि मारुति न तो अपना कोई निवेश और न ही कोई रोजगार हरियाणा से गुजरात ले जा रही है। कंपनी की सबसे अधिक प्रोडक्शन की क्षमता इसके हरियाणा और गुजरात के प्लांट में हैं। वह इन्हीं प्लांट में अपने ढेर सारे मॉडल की मांग को पूरा करने के लिए उपयोग करती है।
भार्गव ने कहा कि हरियाणा का प्लांट लगातार बना रहेगा। यह पूरी क्षमता के साथ काम करेगा। रोजगार भी पूरी तरह से यहां ही होगा। इंप्लॉयमेंट में कोई बदलाव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम से कोई भी प्रोडक्शन दूर नहीं जाएगा। अगर इसके डिजायर मॉडल को कहीं और ले जाया जाता है तो दूसरे मॉडल यहां पर बनेंगे। भार्गव ने कहा कि मारुति सुजुकी के पास 15 से ज्यादा मॉडल हैं। इसलिए समय-समय पर यह तय करना होता है कि कौन सा प्रोडक्ट कहां बनेगा और कैसे वह सही रहेगा।
कंपनी डिजायर की रोजाना 1,000 कारें औसतन बनाती है। यह तीसरा मॉडल है जो गुजरात से बनेगा। इसके पहले बलेनो और स्विफ्ट भी यहां से बने हैं। कंपनी का हरियाणा प्लांट पूरी क्षमता के साथ चल रहा है। यहां की क्षमता सालाना 15 लाख कारों की है। इस साल अप्रैल में तीसरी यूनिट शुरू होने के बाद से सुजुकी मोटर गुजरात सालाना 7.5 लाख कारों का निर्माण करती है।
भार्गव ने कहा कि ग्रीन फिल्ड लोकेशन 700 से 1,000 एकड़ में रह सकता है। यह इसकी पुरानी फैक्ट्री को रिप्लेस करेगा जो गुरुग्राम में है। हालांकि कंपनी को राज्य के नए नियम के अनुसार 75% रोजगार स्थानीय लोगों को देना होगा। उन्होंने कहा कि हम 17 से 18 हजार करोड़ रुपए का निवेश करने की योजना बना रहे हैं। कंपनी की यह योजना पिछले साल कोरोना की वजह से देरी से शुरू हो रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना के अलावा हमारे पास कुछ अतिरिक्त मुद्दे भी हैं, जिन्हें सुलझाना है।
भार्गव ने कहा कि हरियाणा की स्थानीय रोजगार की नीति इसमें प्रमुख है। हमें इस बात की चिंता है। हम सरकार के साथ बात कर रहे हैं। उनसे सोल्यूशन के बारे में बात हो रही है, जो हर किसी को खुश कर सके। यह मुद्दा इंडस्ट्री के टॉप चेंबर्स के साथ भी शेयर किया गया है। पूरी इंडस्ट्री इस नियम को लेकर चिंतित है।