जल्द शुरू होगा 5 जी, जियो, एयरटेल और वोडाफोन को मिला 5 जी स्पेक्ट्रम
मुंबई– 5G को लेकर अच्छी खबर आई है। डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम (DoT) ने देश की तीन प्रमुख कंपनियों रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया को 5G स्पेक्ट्रम आवंटित कर दिया है। स्पेक्ट्रम आवंटन के साथ ही देश में 5G ट्रायल का रास्ता साफ हो गया है।
DoT ने टेलीकॉम कंपनियों को 700 मेगाहर्टज, 3.5 गीगाहर्टज और 26 गीगाहर्टज बैंड के स्पेक्ट्रम का आवंटन किया है। DoT की वायरलैस प्लानिंग एंड कोऑर्डिनेशन कमेटी ने तीनों टेलीकॉम कंपनियों को 100, 800 और 10 यूनिट 5G एयरवेब्स का आवंटन किया है। यह 5G ट्रायल एयरवेब्स 6 महीने के लिए आवंटित की गई हैं। टेलीकॉम कंपनियों को शहरी क्षेत्र के साथ ग्रामीण और सेमी-अर्बन क्षेत्रों में भी ट्रायल करना होगा। इस कदम से 5G की टेस्टिंग केवल शहरों तक सीमित नहीं रहेगी
5G के ट्रायल स्पेक्ट्रम का आवंटन रिलायंस जियो और भारती एयरटेल के लिए काफी महत्वपूर्ण है। इसका कारण यह है कि दोनों ही कंपनियों के पास 5G-रेडी नेटवर्क है। कोरोना महामारी के बावजूद दोनों कंपनियों के डाटा इस्तेमाल में भारी बढ़ोतरी हुई है। स्पेक्ट्रम के आवंटन से इन दोनों कंपनियों को जल्द से जल्द 5G सेवाएं रोलआउट करने में मदद मिलेगी। इंडियन मोबाइल कांग्रेस 2020 में रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा था कि रिलायंस जियो 2021 की दूसरी छमाही (जुलाई-दिसंबर) में 5G लॉन्च करने की योजना बना रही है। जियो 2021 की दूसरी छमाही में भारत में 5G क्रांति का नेतृत्व करेगा।
इस महीने की शुरुआत में एक रिपोर्ट में कहा गया था कि DoT ने 5G ट्रायल के लिए 13 आवेदनों को मंजूरी दी है। ट्रायल के लिए DoT को कुल 16 आवेदन मिले थे। हालांकि, DoT ने 5G के ट्रायल से हुवावे और ZTE जैसी चाइनीज कंपनियों को दूर रखा है। ट्रायल के आवेदन मंजूरी में DoT ने कई प्रकार की शर्तें रखी हैं। इसमें एयरवेव का इस्तेमाल केवल ट्रायल के लिए करना शामिल है। DoT ने कहा है कि इन वेव का कॉमर्शियल इस्तेमाल बिलकुल न किया जाए। यदि कंपनियां इन शर्तों का उल्लंघन करती है तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।