पोंजी एप्स पर लगेगी लगाम, लेकिन फाइनेंशियल इंफ्लूएंसर्स को नियंत्रित करने की योजना नहीं
मुंबई- केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार पोंजी ऐप्स पर अंकुश लगाने की दिशा में काम कर रही है। ऐसे कई पोंजी ऐप हैं जिन पर हम आईटी मंत्रालय और आरबीआई के साथ काम कर रहे हैं और उन पर शिकंजा कस रहे हैं। हालांकि, सोशल मीडिया पर फाइनेंशियल इंफ्लूएंसर्स को नियंत्रित करने के लिए उनके पास फिलहाल कोई प्रस्ताव नहीं है।
कर्नाटक के तुमकुरु जिले में एक कार्यक्रम में सोशल मीडिया पर वित्तीय सलाह देने वालों को लेकर सीतारमण ने निवेश करने वालों को चेताया कि हर उस चीज का पालन करने में सावधानी बरतनी चाहिए, जो इस तरह के प्लेटफार्मों पर सलाह के रूप में दी जाती है, क्योंकि यह लोगों की गाढ़ी कमाई है जो दांव पर है। अगर हमें सलाह देने वाले तीन या चार लोग हैं, तो साथ ही 10 ऐसे भी हैं जो शायद अलग विचार रखते हों।
सीतारमण ने कहा, सोशल और वित्तीय इंफ्लुएंसर्स भरे हुए हैं, लेकिन हम सबको सावधान रहना चाहिए। हमें किसी सलाह को मानने से पहले उसकी सही तरीके से जांच करनी चाहिए। किसी के बहकावे में न आएं. अपनी गाढ़ी कमाई की रक्षा करें। जहां कुछ असली विश्लेषक हैं, जो निवेश और बचत पर ठोस सलाह देते हैं। कुछ ऐसे भी हैं जो ज्यादा रिटर्न का झांसा देकर संदिग्ध एप में फंसाते हैं।
2019 में सरकार ने अनरेगुलेटेड डिपॉजिट स्कीम्स एक्ट, 2019 नामक एक कानून बनाया, जो अनियमित संस्थाओं को जमा एकत्र करने और गरीबों को ठगने और उनकी गाढ़ी कमाई से भोले-भाले लोगों को ठगने से रोकने के लिए है। अधिनियम के अनुसार, कोई भी जमा लेने वाला जो धारा 3 के उल्लंघन में जमा का अनुरोध करता है उसे एक वर्ष से कम और पांच वर्ष तक की सजा हो सकती है।