धोखाधड़ी में फंसे इंडिया बुल्स के प्रमोटर्स, एफआईआर दर्ज
मुंबई– महाराष्ट्र पुलिस ने इंडियाबुल्स ग्रुप की कंपनीज के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इसमें इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस (IBHL) भी शामिल हैं। एफआईआर में कंपनी के प्रमोटर्स और डायरेक्टर्स पर फंड के गबन और अकाउंट में अनियमितताएं बरतने का आरोप है।
महाराष्ट्र की पालघर पुलिस ने धोखाधड़ी, धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश के तहत विभिन्न सेक्शन में एफआईआर दर्ज की है। IBHL के शेयरहोल्डर आशुतोष कांबले की शिकायत पर पालघर के जुडिशियल मजिस्ट्रेट ने आपराधिक प्रक्रिया संहिता के सेक्शन 156(3) के तहत जांच करने का आदेश दिया था। इसके बाद ही पुलिस ने 13 अप्रैल को एफआईआर दर्ज की है।
आशुतोष कांबले ने पालघर कोर्ट में दर्ज कराई शिकायत में कहा था कि 2014 से 2020 के दौरान कंपनी के कथित व्यवहारों के कारण उसके शेयरों की वैल्यू गिर रही है। कांबले ने IBHL के फाउंडर और प्रमोटर समीर गहलौत और अन्य डायरेक्टर्स पर इसमें शामिल होने समेत कई आरोप लगाए थे। साथ ही प्रमोटर्स पर कंपनी के फंड के गबन का भी आरोप लगाया गया था। एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, एफआईआर दर्ज होने के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी पुलिस से केस की जानकारी मांगी है।
कंपनी ने कहा है कि मामला कोर्ट में विचाराधीन है। इसलिए कोई प्रतिक्रिया नहीं दी जा सकती है। हालांकि, सूत्रों ने जानकारी दी है कि एफआईआर को रद्द कराने के लिए कंपनी ने बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है। हाईकोर्ट इस सप्ताह के अंत में याचिका पर सुनवाई कर सकती है। इंडियाबुल्स ग्रुप के अलावा पुलिस रिपोर्ट में रियल्टी फर्म चरोडिया ग्रुप और एमरीकॉर्प कैपिटल के को-फाउंडर हरीश फैबियानी का नाम भी शामिल है।