महाराष्ट्र के महिलाओं की म्यूचुअल फंड और स्टॉक्स में निवेश को प्राथमिकता
मुंबई: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं की निवेश की आदतों के गुणात्मक पहलुओं, उनके लक्ष्यों और सामान्य रूप से धन सृजन की प्रक्रिया को देखने के नजरिये को समझने के उद्देश्य से भारत के अग्रणी इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म ग्रो (Groww) ने हाल ही में एक सर्वेक्षण किया। सर्वेक्षण में पता चला कि महाराष्ट्र की महिला निवेशक अन्य राज्यों की महिलाओं की तुलना में अपने निवेश दृष्टिकोण में कुछ हद तक संतुलित थीं। महिलाओं के एक बड़े हिस्से ने स्टॉक (60%) और म्यूचुअल फंड (81%) जैसे हाई-रिस्क, हाई-रिटर्न वाले परिसंपत्ति वर्गों को चुना है, महिलाओं का एक बड़ा प्रतिशत एफडी (30%), गोल्ड (28%) और पीपीएफ (23%) जैसे सुरक्षित निवेश विकल्पों में निवेश कर रहा है।
लगभग 54% ने कहा कि वे अपने व्यक्तिगत लक्ष्यों को पूरा करने के लिए निवेश करती हैं। व्यक्तिगत लक्ष्यों के बाद, 44% ने कहा कि वे अपने परिवारों का समर्थन करने के लिए निवेश करती हैं। महाराष्ट्र की महिला निवेशक यात्रा लक्ष्यों को हासिल करने के लिए भी निवेश कर रही हैं, 29% महिलाओं ने इसे अपने निवेश का उद्देश्य बताया है। सर्वेक्षण 28,000 से अधिक महिलाओं ने हिस्सा लिया। उत्तरदाताओं महाराष्ट्र के महिला निवेशकों की हिस्सेदारी 25% थी। कुल उत्तरदाताओं में 10% मुंबई से और 5% पुणे से थी।
सर्वेक्षण में यह बात सामने आयी की जब निवेश के फैसले लेने की बात आती है तो महाराष्ट्र की महिला निवेशक काफी स्वतंत्र हैं। 35% महिला निवेशकों ने कहा कि वे अपने प्रिय लोगों के साथ निवेश की चर्चा करती हैं, पर कहां और कैसे निवेश करना है, इसका अंतिम निर्णय उनका ही होता है। 18% महिलाओं ने कहा कि वे अपने वित्त को अपने दम पर संभालती हैं और स्वतंत्र रूप से निवेश के फैसले लेती हैं।
सर्वेक्षण से पता चलता है कि महिलाएं न केवल एक विजन के साथ निवेश कर रही हैं, बल्कि संतुलित, लक्ष्य-केंद्रित मानसिकता के साथ अपने निवेश कर रही हैं। वे अपने निर्णय लेने में अधिक स्वतंत्र हैं और अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए रिस्क-रिटर्न ट्रेड के बारे में जानती हैं।
राष्ट्रीय स्तर पर सर्वेक्षण ने लगभग 2000 महिलाओं के मन को टटोला, जो निवेश नहीं करती हैं। इनमें से 49% ने कहा कि ज्ञान की कमी उनके निवेश न करने का मुख्य कारण है। इसके अलावा, 32% ने कहा कि उनके पास निवेश करने के लिए पर्याप्त बचत नहीं है। 13% महिलाओं ने बाजार में पैसा खोने के अपने डर को जाहिर किया। यह सर्वेक्षण बताता है कि लंबी अवधि के धन सृजन में निवेश के महत्व पर महिलाओं की जागरूकता और शिक्षा की क्या स्थिति है।
वित्तीय उत्पादों के बारे में जागरूकता और उन ऐप्स की उपलब्धता के कारण जो लोगों को आसानी से निवेश करने की अनुमति देते हैं, सभी लिंगों और आय समूहों से भागीदारी बढ़ी है। इस सर्वेक्षण में 25% महिलाओं ने कहा कि ऑनलाइन वित्तीय कंटेंट का इस्तेमाल करने से उन्हें निवेश की दिशा में पहला कदम उठाने की प्रेरणा मिली, और 22% ने कहा कि ग्रो जैसे निवेश ऐप ने उन्हें अपनी निवेश यात्रा शुरू करने में मदद की।
ग्रो के सीईओ ललित केशरेने कहा, ‘सर्वेक्षण से निकली यह बात उत्साह बढ़ाती है कि जो महिलाएं निवेश कर रही हैं, उनमें से अधिकांश अपने फैसले खुद लेती हैं। भले ही उनमें से कई अपने परिवार या पार्टनर्स के साथ अपने वित्तीय विकल्पों पर चर्चा करती हैं, अंतिम निर्णय उनके स्वयं के होते हैं।