फरवरी में 25,787 करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश, आगे भी इक्विटी बाजार में पैसे लगाते रहेंगे एफआईआई
मुंबई– विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) भारतीय इक्विटी बाजार में लगातार निवेश बनाए रखेंगे। पिछले 5 महीनों से ये लगातार शुद्ध निवेश कर रहे हैं। अब तक इन महीनों में 1.87 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया जा चुका है। इसमें से फरवरी महीने में 25,787 करोड़ रुपए का निवेश हुआ है।
वैसे 26 फरवरी को बाजार में जब करीबन 2 हजार अंकों की गिरावट हुई तो भी इन निवेशकों ने 1,700 करोड़ रुपए से ज्यादा इक्विटी बाजार में निवेश किया। सेंसेक्स पिछले 10 दिनों में 3,400 अंकों से ज्यादा टूट चुका है। पर विदेशी निवेशकों का भरोसा लगातार बना हुआ है। 16 फरवरी को सेंसेक्स 52 हजार 516 पर था जबकि शुक्रवार को यह 49,100 पर पहुंच गया।
तीसरी तिमाही में देश का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) पॉजिटिव रहा है। GDP की ग्रोथ में 0.4% की बढ़त रही है। दो तिमाहियों के बाद यह दिखी है। साथ ही अभी तक GST, ऑटो के आंकड़ों के साथ तीसरी तिमाही के कंपनियों के रिजल्ट अच्छे रहे हैं। ऐसे में विदेशी निवेशक भारतीय बाजार में बने रहेंगे। चौथी तिमाही में GDP की अच्छी ग्रोथ रहेगी। हालांकि यह सालाना आधार पर भले निगेटिव में रहेगी, पर तिमाही आधार पर इसमें ग्रोथ रहेगी। इसी तरह से चौथी तिमाही में कंपनियों की आय अच्छी रहेगी।
तीसरी तिमाही की तुलना में चौथी तिमाही में अर्थव्यवस्था पूरी तरह से खुली रहेगी। साथ ही वैक्सीन का टीका भी तेजी से लगेगा। ऐसे में अर्थव्यवस्था के खुलने का पूरा असर GDP और बाजार पर दिखेगा। विश्लेषकों के मुताबिक, शेयर बाजार अब 50 हजार के आस-पास ही कारोबार करेगा। पूरी दुनिया में भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों को बेहतर रिटर्न मिल रहा है।
आंकड़े बताते हैं कि जनवरी में विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार में शुद्ध रूप से 19,743 करोड़ रुपए का निवेश किया था। दिसंबर में 60 हजार करोड़ तो नवंबर में 62 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया गया था। अक्टूबर में 19 हजार करोड़ से ज्यादा का निवेश था। वैसे देखा जाए तो मई से इन निवेशकों ने लगातार निवेश किया था, पर सितंबर में 7,700 करोड़ रुपए निकाल लिए थे।
ये हैं इनके पसंदीदा सेक्टर
विदेशी निवेशकों के जो पसंदीदा सेक्टर हैं, उसमें टोटल फाइनेंशियल सेक्टर में इन्होंने 1,247 करोड़ रुपए का निवेश किया है। अन्य फाइनेंशियल सेक्टर में 1,771 करोड़ रुपए, टेलीकॉम में 1,804 करोड़ रुपए, मेटल एवं माइनिंग में 1,986 करोड़, कैपिटल गुड्स में 2,714 करोड़ रुपए और ऑटो मोबाइल और इसके कलपुर्जे में 2,798 करोड़ रुपए का निवेश किया है।

