बच्चों को स्टॉक इनवेस्टमेंट के रिटर्न-रिस्क के बारे में बताएं, थोड़े पैसों से ज्यादा कैसे बनाएं

पिछले महीने यह खबर वायरल हुई थी कि 10 साल के बच्चे के स्टॉक इनवेस्टमेंट की वैल्यू लगभग एक साल में 50 गुना हो गई है। बच्चे की मां ने स्टॉक इनवेस्टमेंट के बारे में समझाने के लिए वीडियो गेम के प्रति उसकी दीवानगी का सहारा लिया था। उसको गिफ्ट दिलाने के लिए मां ने उसके नाम डिस्काउंट वीडियो गेम स्टोर गेमस्टॉप के 10 शेयर खरीदे थे। उस बच्चे की मां की तरह आप अपने बच्चे को शेयरों में निवेश के बारे में समझाने के लिए क्या कर सकते हैं, आइए हम उसके बारे में बात करते हैं।

बच्चों को शेयरों में निवेश के बारे में बताने की शुरुआत बुनियादी जानकारी से करनी चाहिए। उन्हें आसान शब्दों में और मिसाल देकर समझाना चाहिए। उनको बताना चाहिए कि लोग क्यों और कैसे निवेश करते हैं। निवेश के बारे में समझाने के लिए कह सकते हैं कि इसके जरिए थोड़े पैसों से ज्यादा पैसा पैदा किया जा सकता है। निवेश के बारे में समझने और समझाने के लिए ऐप, वेबसाइट, किताबों का सहारा लिया जा सकता है। ऐडम स्ट्रैमवैसर की A Kids Book About Money अच्छी किताब है। आप https://www.schwabmoneywise.com/ चेक कर सकते हैं।

जब आपको लगे कि बच्चे को निवेश की जरूरी जानकारी हो गई है तो उन्हें पहले उसकी प्रैक्टिस कराएं। इसके लिए निवेश के बारे में बताने वाले ऐप या गेम का सहारा ले सकते हैं। उनको लॉन्ग टर्म यानी 10 से 20 साल के निवेश के फायदे के बारे में समझाना चाहिए। बच्चों को उनकी पसंद के शेयर चुनने और वर्चुअल करेंसी से उनकी चाल पर नजर रखने के लिए ऐप की मदद ले सकते हैं!

बच्चों को बैलेंसशीट, प्राइस टू अर्निंग रेशियो या मुश्किल चीजों के बारे में बताने की जरूरत नहीं। उन्हें बस इतना बताना है कि निवेश के फैसले लेने के लिए किस तरह सोचना चाहिए। जैसे अगर आप किसी चीज का इस्तेमाल नहीं करते तो उसे बनाने वाली कंपनी में निवेश क्यों करें। ऐसे में आपको बताना होगा कि कंपनी क्या करती है और आने वाले समय में उसका कारोबार किस वजह से बढ़ सकता है। कंपनी में निवेश सिर्फ इसलिए नहीं करना चाहिए कि किसी ने बताया है या आपको ब्रांड पसंद है।

बच्चों को शेयरों में निवेश से मिलने वाले रिटर्न के साथ ही आपको रिस्क के बारे में भी बताना होगा। वीडियो गेम रिटेलर गेमस्टॉप की मिसाल ले लेते हैं। बताया जाता है कि कंपनी से नाउम्मीद कुछ हेज फंड और बड़े निवेशकों ने शॉर्ट सेलिंग की थी। यानी उन्होंने बाजार से कंपनी के शेयर उधार लेकर बेचे ताकि बाद में सस्ते भाव पर वापस खरीदकर मुनाफा कमा सकें। उनसे थोड़े छोटे निवेशकों ने कंपनी के शेयरों में खरीदारी शुरू करके खेल पलट दिया।

दरअसल, जैसे ही शॉर्ट सेलिंग वाले शेयरों का दाम चढ़ना शुरू होता है, शॉर्ट सेल करने वाले लोग अपना मुनाफा बचाने या लॉस से बचने के लिए अपनी पोजिशन कवर करना शुरू कर देते हैं। यानी उधार लेकर बेचे गए शेयरों को बाजार से खरीदना शुरू कर देते हैं। इससे शेयरों का भाव चढ़ने लगता है, जिसको देख दूसरे निवेशक भी पीछे पड़ जाते हैं।

गेमस्टॉक में थोड़ी तेजी आने पर छोटे निवेशकों और पहली बार निवेश करने वालों ने ऑनलाइन फोरम का यूज करके उसके शेयरों को चढ़ाना शुरू कर दिया। इसके चलते 2019 में 10 डॉलर से कम का शेयर पिछले महीने 480 डॉलर पर पहुंच गया था। गुरुवार को यह 40 डॉलर के आसपास पर आ गया था।

गेमस्टॉक का 10 डॉलर का शेयर एक साल में 48 गुना बढ़ा और फिर चंद दिनों में पीक के दसवें हिस्से से भी कम रह गया। यह रिस्क था, जिसमें बहुत से लोगों की शर्ट उतर गई होगी और कुछ लोगों को मुनाफा हुआ होगा। इसलिए बच्चों को बताना होगा कि किस तरह के निवेश में किस तरह का रिस्क होता है।

गेमस्टॉक में मोटी कमाई देख बच्चे फटाफट कमाने के चक्कर में न फंसें, इसलिए उनको लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट के जरिए संपत्ति बनाने के बारे में बताने की जरूरत है।

अगर बच्चा ज्यादा रिटर्न चाहता है तो उसे बताएं कि जितने पैसे जाने पर दुख नहीं होगा, रिस्की एसेट में उतना पैसा ही लगाना चाहिए। उनको बताया जा सकता है कि नौसिखिया निवेशक कम जोखिम लेकर अच्छा रिटर्न कमा सकता है, लेकिन ज्यादा लालच करने पर बड़ा लॉस उठाना पड़ सकता है।

बच्चों को यह भी बताना जरूरी है कि निवेश का फैसला लेने के लिए किस तरह की जानकारी सही हो सकती है। बच्चों, खासतौर पर किशोरों को गेमस्टॉप के बारे में जानकारी सोशल मीडिया पर मिली थी। ऐसे में उन्हें यह बताना सही रहेगा कि हर तरह की ऑनलाइन जानकारी पर भरोसा नहीं किया जा सकता।

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