6 महीने की सुस्ती के बाद होम लोन की मांग फिर बढ़ी, 10%से ज्यादा की बढ़त
मुंबई– पिछले 6 महीनों से सुस्ती में चल रहे होम लोन में फिर मांग दिख रही है। इससे होम लोन देनेवाली कंपनियों और बैंकों को आगे आने वाले समय में और उम्मीद दिख रही है। कोविड के बाद यह पहली बार है जब फाइनेंस कंपनियों को होम लोन में तेजी दिख रही है।
बता दें कि इस समय होम लोन की ब्याज दरें ऐतिहासिक रूप से निचले स्तर पर हैं। यह 6.69% पर चली गई है। हाल में फाइनेंस सेक्टर में उतरने वाले गोदरेज ग्रुप ने गोदरेज हाउसिंग फाइनेंस के जरिए होम लोन 6.69% पर देने की घोषणा की है। यह होम लोन की सबसे कम ब्याज दर है। इसके बाद यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की ब्याज दर 6.70% है।
होम लोन में बड़े बैंक जैसे भारतीय स्टेट बैंक (SBI), ICICI बैंक, HDFC ने कहा है कि होम लोन की मांग मे तेजी दिख रही है। इसमें 10% से ज्यादा की ग्रोथ है। इन सभी बैंकों और कंपनियों को अप्रैल से अक्टूबर के दौरान होम लोन की उधारी में अच्छी खासी मांग दिख रही है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के आंकड़े बताते हैं कि बैंकों की ओर से दिए जाने वाले होम लोन में अप्रैल से अगस्त के दौरान विस्तार देखा गया है। इसका यह संकेत है कि डिमांड बढ़ रही है। सितंबर अक्टूबर में इसमें तेजी देखी गई है। मुंबई में अक्टूबर में 7,929 घरों की बिक्री हुई है। यह सितंबर की तुलना में 42% ज्यादा है। यह इसलिए क्योंकि महाराष्ट्र ने स्टैंप ड्यूटी में कटौती की थी और साथ ही त्यौहारी सीजन भी है।
ICICI बैंक ने बुधवार को कहा था कि वह अपने रिटेल लोन में मासिक आधार पर अक्टूबर महीने में अब तक की सबसे ज्यादा तेजी देखा है। उसका होम लोन पोर्टफोलियो सालाना आधार पर 11% बढ़कर 2.11 लाख करोड़ रुपए हो गया है। यह एक साल पहले 1.87 लाख करोड़ रुपए रहा है। देश के सबसे बड़े बैंक SBI का होम लोन सालाना आधार पर 10.34% बढ़कर 4.68 लाख करोड़ रुपए रहा है। जबकि एचडीएफसी की सालाना ग्रोथ 10% की रही है और इसका होम लोन पोर्टफोलियो 5.4 लाख करोड़ रुपए रहा है।
एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस की बात करें तो इसने कहा कि इसका अक्टूबर में डिस्बर्समेंट पिछले साल की तुलना में 38% ज्यादा रहा है। आईसीआईसीआई बैंक के कार्यकारी निदेशक (ED) अनूप बागची ने कहा कि हमने अपने होम लोन पोर्टफोलियो को कई शहरों तक बढ़ाया है। बैंक की मौजूदगी अब 1,100 लोकेशन तक है जो दूसरे, तीसरे और चौथे स्तर के शहरों तक है। इसके अलावा महानगरों में पहले से ही बैंक की मौजूदगी है।
भारतीय रिटेल इस्टेट इंडस्ट्री में प्राइवेट इक्विटी (PE) का लगातार निवेश बढ़ रहा है। जनवरी से सितंबर के दौरान कुल 2.3 अरब डॉलर का निवेश PE ने किया है। इसमें से ऑफिस सेगमेंट में 1.87 अरब डॉलर का निवेश किया गया है जो कुल निवेश का 81% है। वेयरहाउसिंग में 10 पर्सेंट और रेसिडेंशियल में 9 पर्सेंट का निवेश है।