70 फीसदी गिर चुके हैं अदाणी के शेयर, फिर भी एलआईसी ने बढ़ाया निवेश
मुंबई- अदाणी की कंपनियों के शेयरों के मूल्य में भारी गिरावट के बावजूद एलआईसी ने मार्च तिमाही में अडानी एंटरप्राइजेज समेत ग्रुप की चार कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा दी। साथ ही ग्रुप की तीन कंपनियों में एलआईसी ने अपना स्टेक कम किया है। बीती तिमाही में अडानी एंटरप्राइजेज के स्टॉक की कीमत आधी से भी कम रह गई लेकिन एलआईसी ने इसके 357,500 शेयर खरीदे।
इस तरह अडानी एंटरप्राइजेज में एलआईसी की हिस्सेदारी मार्च के अंत में 4.25 फीसदी पहुंच गई जबकि दिसंबर के अंत में यह 4.23 परसेंट थी। इतना ही नहीं एलआईसी ने मार्च तिमाही के दौरान अडानी ट्रांसमिशन, अडानी ग्रीन एनर्जी और अडानी टोटल गैस में भी अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई। दूसरी तरफ कंपनी ने अडानी पोर्ट्स, एसीसी और अंबूजा में अपना हिस्सा कम किया है।
ताजा शेयरहोल्डिंग पैटर्न के मुताबिक अडानी पोर्ट्स में एलआईसी की हिस्सेदारी अब 9.12 फीसदी रह गई है जो दिसंबर के अंत में 9.14 फीसदी थी। अडानी ट्रांसमिशन में यह 3.65 से बढ़कर 3.68 परसेंट, अडानी ग्रीन में 1.28 परसेंट से 1.35 परसेंट और अडानी टोटल गैस में 5.96 फीसदी से बढ़कर 6.02 फीसदी पहुंच गई है। अंबूजा सीमेंट्स में एलआईसी की हिस्सेदारी 6.33 फीसदी से घटकर 6.29 फीसदी और एसीसी में 6.41 फीसदी से घटकर 5.13 फीसदी रह गई है।
जनवरी के अंत में अडानी ग्रुप की कंपनियों में एलआईसी के निवेश की वैल्यू 30,127 करोड़ रुपये रह गई थी। इस पर काफी बवाल मचा था। विपक्ष ने आरोप लगाया था कि सरकार ने एसबीआई और एलआईसी को अडानी ग्रुप में निवेश करने के लिए मजबूर किया। हालांकि एलआईसी का कहना था कि उसने लॉन्ग टर्म के लिए निवेश किया है और इसमें पूरी प्रक्रिया का पालन किया गया है।
एलआईसी का साथ ही कहना था कि अडानी ग्रुप में उसका कुल एक्सपोजर उसके कुल एसेट्स अंडर मैनेजमेंट का एक फीसदी से भी कम है। अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर 2.85 फीसदी तेजी के साथ 1800.15 रुपये पर ट्रेड कर रहा था जो इसके ऑल टाइम हाई 4,189.55 रुपये से 57 फीसदी कम है।