ICICI बैंक की डिजिटल सेगमेंट में बड़ी हिस्सेदारी लेने की योजना, 31 लाख करोड़ के बाजार पर नजर
मुंबई– देश में निजी क्षेत्र के दूसरे सबसे बड़े बैंक ICICI बैंक ने डिजिटल बैंकिंग का एक पूरा सेट लांच किया है। यह खासकर उनके लिए है जो रिटेल मर्चेंट हैं। इसमें बैंकिंग के अलावा वैल्यू एडेड सेवाएं भी होंगी। इसके तहत ग्रोसर्स, सुपर मार्केट्स, लॉर्ज रिटेल स्टोर चेन, ऑन लाइन बिजनेस और लॉर्ज ई-कॉमर्स फर्म सेवाएं ले सकती हैं।
ICICI बैंक की नजर अब 31 लाख करोड़ रुपए के पेमेंट और सेटलमेंट मार्केट के एक बड़े हिस्से पर है। इसमें थोक विक्रेताओं और खुदरा विक्रेताओं के पेमेंट सिस्टम का कैश मैनेजमेंट और क्रेडिट सुविधायें शामिल हैं। कुल मिलाकर साल 2022 तक 2 करोड़ से अधिक छोटे और बड़े, ऑफ़लाइन और ऑनलाइन बिजनेस इसमें शामिल होने वाले हैं।
बैंक ने कहा कि यह सभी आज के ग्राहक के लिहाज से बहुत जरूरी सेवाएं हैं। इसलिए रिटेल मर्चेंट अपने ग्राहकों के लिए इस तरह की सेवाएं दे सकते हैं। बैंक की यह पहल बैंक के बिजनेस विथ केयर सिद्धांतों के तहत शुरू की गई है। रिटेल मर्चेंट यह सभी सुविधाएं कांटैक्टलेस तरीके से ले सकते हैं। कांटैक्टलेस मतलब बिना ग्राहकों से संपर्क किए डिजिटल तरीके से सारी चीजें होंगी। इसके लिए बैंक कि किसी भी शाखा में जाने की जरूरत नहीं होगी।
कोरोना में सभी को घर में रहने और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की सलाह दी जा रही है। यही वजह है कि बैंक ने इस तरह की डिजिटल बैंकिंग का एक पूरा सेट ही लांच किया है। बिजनेस के लिए यह सभी सुविधाएं बैंक के इंस्टाबिज मोबाइल बैंकिंग ऐप पर ली जा सकती हैं। मर्चेंट रिटेलर्स को बैंकिंग सोल्यूशन का एक पूरा सेट वैल्यू एडेड सेवाओं के साथ दिया जाएगा। इसमें मुख्य रूप से करेंट अकाउंट की भी सुविधा होगी। दो क्रेडिट फैसिलिटी होगी जो तुरंत मिलेगी। इसे मर्चेंट ओवरड्रॉफ्ट और एक्सप्रेस क्रेडिट का नाम दिया गया है। यह दोनों प्वाइंट ऑफ सेल यानी पीओएस लेन-देन के आधार पर होंगे।
इसी तरह डिजिटल स्टोर मैनेजमेंट सुविधा मिलेगी जिसके जरिए मर्चेंट अपने बिजनेस को ऑन लाइन कर सकते हैं। विशेष रूप से लॉयल्टी रिवॉर्ड्स प्रोग्राम इसमें है जो पहली बार बैंकिंग इंडस्ट्री में दिया जा रहा है। वैल्यू एडेड सेवाओं में जैसे बड़ी ई-कॉमर्स और डिजिटल मार्केटिंग प्लेटफॉर्म के साथ गठबंधन कर सकते हैं। इसके जरिए ऑन लाइन मौजूदगी को बढ़ा सकते हैं।
बैंक के कार्यकारी निदेशक अनूप बागची ने कहा कि हम हमेशा इस बात पर विश्वास करते हैं कि सेल्फ इंप्लॉयड और एमएसएमई यानी छोटे मझोले बिजनेस भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। इस सेगमेंट का एक बड़ा हिस्सा रिटेल मर्चेंट का है। करीबन 2 करोड़ मर्चेंट इस देश में हैं और 2020 में इनका लेन-देन का वैल्यू 78 अरब डॉलर का रहा है। आने वाले सालों में ऐसी उम्मीद है कि वे तेजी से बढ़ेंगे।
उन्होंने कहा कि बैंक का यह नया ऑफर हमारे उस रिटेल ग्राहकों की डिजिटल बैंकिंग सेवा का हिस्सा है, जो हमने कुछ साल पहले लांच किया था। हमारा रिसर्च बताता है कि यह सेगमेंट डिजिटल और तुरंत अकाउंट खोलने की जरूरत को चाहता है। साथ ही ढेर सारे डिजिटल कलेक्शन विकल्प भी इनको एक ही छत के नीचे चाहिए। हमने इसी को देखते हुए सभी सेवाओं को एक छत के नीचे मर्चेंट्स के लिए ला दिया है।
इसकी प्रमुख विशेषताओं में सुपर मर्चेंट अकाउंट खोल सकते हैं। यह जीरो बैलेंस वाला खाता होगा जो बैंक के प्वाइंट ऑफ सेल यानी पीओएस से जुड़ा होगा। यह पूरे जीवन भर जीरो बैलेंस का ही खाता रहेगा। वह मर्चेंट जो बैंक का ग्राहक नहीं भी है वह भी डिजिटल तरीके से खाता खोल सकता है। सुपर मर्चेंट करेंट अकाउंट दो रूप में होगा। एक सुपर एडवांटेज और दूसरा सुपर एडवांटेज प्लस होगा। यह मर्चेंट के ऑपरेशन के साइज के आधार पर होगा।
इस खाते के जरिए ढेर सारी सुविधाएं मिलेंगी। इसमें पेमेंट के सभी तरह के तरीके होंगे जैसे यूपीआई, पेमेंट गेटवे आदि। इसी तरह वह अपने बिजनेस के पेमेंट के लिए ढेर सारे विकल्प पा सकता है। इंस्टैंट क्रेडिट सुविधा में आपको दो सुविधाएं मिलेंगी। यह भी पीओएस पर आधारित होंगी। दोनों सुविधाएं पहली बार बैंकिंग इंडस्ट्री में आ रही हैं। पहली सुविधा मर्चेंट ओवरड्रॉफ्ट होगी जिसमें पहले से क्वालीफाइड मर्चेंट को ICICI बैंक के पीओएस टर्मिनल के साथ जुडना होगा। उसे 25 लाख रुपए मिलेंगे जो बिना किसी पेपर की प्रक्रिया के होगा। यह ऑन लाइन मिलेगा।
बैंक इसके लिए तमाम सारे पैरामीटर्स और आंकड़ों का उपयोग करेगा। जिसमें क्रेडिट की योग्यता के साथ अन्य चीजें होंगी। इसमें क्रेडिट की योग्यता के लिए मर्चेंट का फाइनेंशियल स्टेटमेंट, इनकम रिटर्न और बैंक स्टेटमेंट देखा जाएगा। जब ओवरड्रॉफ्ट लिमिट का सेट अप हो जाएगा तब मर्चेंट इस फंड का उपयोग अपने वर्किंग कैपिटल के लिए कर सकेगा। इसमें सभी ट्रांजेक्शन रियल टाइम होंगे। यानी पैसे का ट्रांसफर करना है तो यह तुरंत मर्चेंट का जो खाता बैंक के साथ लिंक होगा, उसके जरिए 24 घंटे और सातों दिन किया जा सकेगा। यहां तक कि छुट्टी और रविवार को भी ट्रांजेक्शन कर सकते हैं।
डिजिटल स्टोर मैनेजमेंट- इसके तहत जो मर्चेंट अपने बिजनेस को ऑन लाइन क्षेत्र में बढ़ाना चाहते हैं वे डिजिटल स्टोर मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म पर मिलेगा। यह वन स्टॉप सोल्यूशन देगा। यानी आधे घंटे में मर्चेंट चाहे तो वह अपने फिजिकल स्टोर को डिजिटल स्टोर में बदल सकता है। इसी तरह लॉयल्टी प्रोग्राम में बैंक के इजीपे सुविधा को उपयोग करने पर प्वाइंट्स मिलेगा। इसका बाद में खरीदारी, वाउचर्स या अन्य के लिए उपयोग किया जा सकता है।