वॉट्सऐप ने एक महीने में 20 लाख अकाउंट बंद किए, नए IT नियमों के बाद हुआ असर

मुंबई- वॉट्सऐप ने एक महीने में भारतीयों के 20 लाख अकाउंट को बंद कर दिया है। यह कार्रवाई नए सूचना एवं प्रौद्योगिकी (IT) नियमों के आने के बाद हुआ है। इसमें ज्यादातर वे अकाउंट हैं जो ऑटोमेटेड या अवैध तरीके से थोक में मैसेज भेजने का काम करते थे।  

वॉट्सऐप ने बताया कि यह कार्रवाई 15 मई से 15 जून के बीच की गई है। अपनी पहली रिपोर्ट में उसने कहा कि इन अकाउंट को भारतीय कोड के रूप में पहचान किया गया था। उसके बाद इन पर कार्रवाई की गई। इसी तरह यह हर महीने में वैश्विक स्तर पर कम से कम 80 लाख अकाउंट को या तो बैन कर देता है या फिर उन्हें डिसेबल कर देता है।

वॉट्सऐप ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि हम हम प्रिवेंशन पर खासतौर से फोकस करते हैं क्योंकि हमारा मानना है कि यह इस तरह के मैसेजेस को रोकने में बेहतर तरीका होता है। खासकर उन मैसेजेस को, जो शुरुआत में जिस अकाउंट से भेजे जाते हैं। अकाउंट को फिल्टर करने के तीन तरीके पर काम होता है। इसमें लाइफस्टाइल, रजिस्ट्रेशन और मैसेजेस शामिल होते हैं। साथ ही निगेटिव फीडबैक के रिस्पांस पर भी अकाउंट ब्लॉक किए जाते हैं।  

रिपोर्ट के अनुसार, एक एनालिस्ट टीम होती है जो सिस्टम पर इस तरह के मैसेजेस को देखते रहती है और हमारे कामों को सुधारने में वह समय-समय पर मदद करती है। ये सभी अकाउंट वॉट्सऐप के टूल्स और रिसोर्सेस के जरिए ट्रैक किए गए थे। ये सभी अकाउंट प्लेटफॉर्म पर गलत तरीके के व्यवहार वाले मैसेजेस में शामिल थे। कंपनी को 15 मई से 15 जून के बीच 345 शिकायतें मिली थीं। इसमें से 204 शिकायतें बैन के खिलाफ थीं। इसमें से 63 अकाउंट पर एक्शन लिया गया।  

वॉट्सऐप के ग्राहकों के मामले में भारत उसके लिए बड़ा बाजार है। यहां पर उसके 53 करोड़ ग्राहक हैं जो उसके ऐप या सेवाओं का उपयोग करते हैं। मई में फेसबुक की इस कंपनी ने दिल्ली हाईकोर्ट में सरकार के नए IT नियमों के खिलाफ केस फाइल की थी। वॉट्सऐप ने इस बात पर विरोध किया था कि मैसेज जहां से शुरू होता है, उसे ट्रैक किया जाए। सरकार ने कहा था कि मैसेज जहां से पहले शुरू होता है, उसे ट्रैक किया जाए। वॉट्सऐप ने कहा था कि इससे प्राइवेसी और एंड टू एंड एनक्रिप्टेड का पालन नहीं हो पाएगा।  

वॉट्सऐप का कहना है कि वह किसी भी ग्राहक द्वारा भेजे गए किसी मैसेज को नहीं पढ़ता है और बाहर का भी कोई व्यक्ति उसे नहीं पढ़ सकता है। कंपनी ने कहा कि जो 20 लाख ग्राहकों के अकाउंट बैन किए गए उसमें से 95% अकाउंट ऑटोमेटेड या थोक मैसेजेस वाले थे। इसने कहा कि कंपनी लगातार टेक्नोलॉजी और प्रोसेस पर निवेश कर रही है ताकि ग्राहकों के मैसेज को सुरक्षित रखा जा सके। इसी तरह प्रोफाइल फोटो, ग्रुप फोटो और अन्य पर भी एडवांस आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के जरिए प्लेटफॉर्म पर कंपनी नजर रख रही है।  

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