देश के सबसे बड़े एफपीओ की लिस्टिंग सोमवार को, यस बैंक ने जुटाया था 15 हजार करोड़
मुंबई- यस बैंक का फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) देश का अब तक का सबसे बड़ा एफपीओ रहा। 15,000 करोड़ रुपए के इस इश्यू को 95 फीसदी से ज्यादा सब्सक्रिप्शन मिला। इस एफपीओ में जारी हुए बैंक के नए शेयर सोमवार 27 जुलाई को बाजार में लिस्ट होंगे। बैंक के शेयर शुक्रवार को बीएसई पर 7.46 फीसदी गिरावट के साथ 13.65 रुपए पर बंद हुए थे। बैंक के एफपीओ को 14,267 करोड़ रुपए का सब्सक्रिप्शन मिला। इसका मतलब यह है कि बैंक ने इस ऑफर के जरिये बाजार से 14,267 करोड़ रुपए की नई शेयर पूंजी जुटाई।
इंडिपेंडेंट मार्केट एनालिस्ट अंबरीश बलिगा ने कहा कि अच्छे-खासे डिस्काउंट के बाद भी यस बैंक के ऑफर को छोटे निवेशकों की ओर से बहुत अच्छा समर्थन नहीं मिला। हालांकि संस्थागत निवेशकों (इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स) की ओर से बहुत अच्छा समर्थन मिला। ऑफर को छोटे निवेशकों की ओर से कम सब्सक्रिप्शन मिलने का फायदा यह होगा कि बाजार में लिस्ट होने के बाद इसके शेयरों का भाव कम टूटेगा। क्योंकि छोटे निवेशकों की ओर से शेयर बेचे जाने का दबाव कम रहेगा।
देश का 5वां सबसे बड़ा ओपन मार्केट ऑफरिंग
यस बैंक का एफपीओ देश का पांचवां सबसे बड़ा ओपन मार्केट ऑफरिंग भी है। रिलायंस इंडस्ट्र्रीज का हाल का 53,125 करोड़ रुपए का राइट्स इश्यू देश का अब तक का सबसे बड़ा ओपन मार्केट ऑफरिंग था। दूसरे और तीसरे नंबर पर वोडाफोन और भारती एयरटेल के ऑफरिंग हैं। दोनों कंपनियों का ऑफर एक समान 25,000 करोड़ रुपए का था। वोडाफोन का ऑफर अप्रैल 2019 में और भारती एयरटेल का ऑफर मई 2019 में आया था। कोल इंडिया का 15,199 करोड़ रुपए का आईपीओ देश का चौथा सबसे बड़ा ओपन मार्केट ऑफर था।
पिछले एक दशक में कई बड़े एफपीओ आए। इनमें एनटीपीसी, रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, एनएमडीसी, इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड, पावर ग्रिड कॉरपोरेशन, शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, टाटा स्टील, पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन के एफपीओ शामिल हैं। इन कंपनियों ने 2010 से 2013 के बीच कुल करीब 46,521 करोड़ रुपए जुटाए थे। इनमें पावर ग्रिड का एफपीओ का परफॉरर्मेंस सबसे अच्छा रहा। पावर ग्रिड ने 2010 और 2013 में 90 रुपए और 86 रुपए के इश्यू प्राइस पर एफपीओ लाया था। पावर ग्रिड शुक्रवार को बीएसई पर 181.95 रुपए पर बंद हुआ। इसका मतलब यह है कि इसके एफपीओ में निवेश करने वालों ने यदि अब तक शेयर रखा होगा, तो उन्हें 100 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न मिल चुका है।