इन कंपनियों के शेयरों में कारोबार पर लगी पाबंदी, जानिए आप अगर निवेशक हैं

मुंबई– रेगुलेशंस का पालन नहीं करने के कारण स्टॉक एक्सचेंज किसी कंपनी के शेयर्स में ट्रेडिंग पर रोक लगा सकते हैं। अगर ट्रेडिंग पर रोक वाली कंपनी सभी रेगुलेशंस का पालन करती है तो उसके शेयर्स की ट्रेडिंग पर रोक हटाई जा सकती है। डीएचएफएल का शेयर सोमवार से कारोबार के लिए बंद हो गया। इससे पहले भी ऐसी कई कंपनियों पर पाबंदी लगी है। 

दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (DHFL) के शेयर्स में ट्रेडिंग सोमवार से निलंबित कर दी गई है। इन दोनों स्टॉक एक्सचेंजों की ओर से जारी सर्कुलर में जानकारी दी गई है कि DHFL ने 9 जून को बताया है कि इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी बोर्ड ऑफ इंडिया रेगुलेशंस के तहत नियुक्त किए गए वैल्यूअर्स के अनुमान के अनुसार, कंपनी के शेयर्स का कोई वैल्यू नहीं दी गई है। 

लक्ष्मी विलास बैंक के शेयर्स की ट्रेडिंग पर पिछले साल रोक लगा दी गई थी। इस बैंक को DBS बैंक इंडिया के साथ मर्ज करने की अनुमति देने के बाद यह कदम उठाया गया था। यह बैंक अब DBS बैंक इंडिया की सब्सिडियरी बन गया है। उत्तम वैल्यू स्टील कंपनी को पिछले वर्ष नवंबर में BSE और NSE से डीलिस्ट किया गया था। इससे पहले अमेरिका के हेज फंड कार वाल इन्वेस्टर्स की अगुवाई वाले कंसोर्शियम ने इसे डीलिस्ट कराने से जुड़ा रिजॉल्यूशन प्लान पेश किया था। इसमें पिछले वर्ष के जून क्वार्टर तक पब्लिक शेयरहोल्डिंग लगभग 54 प्रतिशत की थी। 

बिनानी इंडस्ट्रीज ने तिमाही फाइनेंशियल रिजल्ट्स जमा करने से जुड़े नियमों का पालन नहीं करने के कारण इसके शेयर्स की ट्रेडिंग निलंबित की थी। एक्सचेंज ने बताया था कि कंपनी ने दो तिमाही के रिजल्ट जमा नहीं किए हैं। इस वजह से कंपनी पर जुर्माना भी लगाया गया था। 

मनपसंद बेवरेजेस कंपनी की ओर से फाइनेंशियल रिजल्ट जमा नहीं करने के कारण स्टॉक एक्सचेंजों ने इसके शेयर्स की ट्रेडिंग निलंबित कर दी थी। हालांकि इस कंपनी को जीएसटी चोरी करने के आरोप में पकड़ा गया था। गितांजलि जेम्स ने बैंक के साथ हजारों करोड़ रुपये का घोटाला करने के आरोपी मेहुल चोकसी की इस कंपनी के शेयर्स की ट्रेडिंग नॉर्म्स का पालन नहीं करने की वजह से निलंबित की थी। कंपनी की ओर से एक्सचेंज के पास फाइनेंशियल रिजल्ट जमा नही किए गए थे। 

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