1 साल में 37.3% निवेशक बढ़े, बड़े राज्यों में राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार टॉप पर
मुंबई– पिछले 1 साल में रजिस्टर्ड निवेशकों की संख्या देश में तेजी से बढ़ी है। कुल निवेशकों की संख्या अप्रैल 2020 में 4.98 करोड़ थी जो अप्रैल 2021 में बढ़ कर 6.84 करोड़ हो गई है। यानी 37.3% का इजाफा हुआ है। बड़े राज्यों में राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में निवेशकों की संख्या में ज्यादा बढ़त हुई है। जबकि छोटे राज्यों में पूर्वी भारत टॉप पर है।
देश में निवेशकों की संख्या के लिहाज से दो सबसे बड़े राज्यों की बात करें तो अप्रैल 2021 में महाराष्ट्र में कुल 1.47 करोड़ निवेशक थे, जो अप्रैल 2020 में 1.08 करोड़ थे। यानी इसमें 36% की बढ़त हुई है। गुजरात में निवेशकों की संख्या में 1 साल में 22.6% की बढ़त दिखी है। यहां अप्रैल 2020 में कुल निवेशकों की संख्या 69.51 लाख थी जो अप्रैल 2021 में बढ़कर 85.19 लाख हो गई है।
पर्सेंट के लिहाज से निवेशकों की संख्या में सबसे ज्यादा बढ़त असम, मणिपुर, अरुणांचल और तेलंगाना में रही है। मणिपुर में निवेशकों की संख्या एक साल में डेढ़ गुना के करीब बढ़ी है। यहां अप्रैल 2020 में कुल निवेशकों की संख्या 23,657 थी जो अप्रैल 2021 में 58,787 हो गई है। असम में निवेशकों की संख्या अप्रैल 2021 में 7.08 लाख रही है जो एक साल पहले 3.12 लाख थी। यानी 1.26 गुना की बढ़त इसमें देखी गई है।
बड़े राज्यों की बात करें तो तमिलनाडू में कुल निवेशकों की संख्या अप्रैल 2021 में 41.78 लाख रही है जो अप्रैल 2020 में 33.02 लाख थी। यानी इसमें 26.5% बढ़त रही है। कर्नाटक में कुल निवेशकों की संख्या अप्रैल 2020 में 30.30 लाख रही है जो अप्रैल 2021 में 41.37 लाख रही है। इसमें 36.5% की बढ़त दिखी है। पश्चिम बंगाल चर्चा में रहा है। विधानसभा चुनावों में यहां खूब जोर आजमाइश दिखी। यहां कुल निवेशक अप्रैल 2021 में 39.02 लाख रही है जो एक साल पहले 31.77 लाख थी। इसमें 22.8% की बढ़त रही है।
बता दें कि देश में छोटी बचत स्कीम्स जैसे किसान विकास पत्र, पोस्ट ऑफिस में सबसे ज्यादा पैसा पश्चिम बंगाल से आता है। इसका हिस्सा 15% है। दिल्ली में कुल निवेशकों की संख्या 36.75 लाख रही है जो एक साल पहले 29.49 लाख थी। यहां पर 24.6% निवेशक बढ़े हैं। आंध्र प्रदेश में 37.7% निवेशक बढ़े हैं। यहां पर कुल 35.40 लाख निवेशक हैं। एक साल पहले इनकी संख्या 25.71 लाख थी।
राजस्थान में 33.59 लाख निवेशक रहे हैं। यहां निवेशकों की संख्या में 50% से ज्यादा बढ़त हुई है। एक साल पहले इनकी संख्या 22.31 लाख थी। मध्य प्रदेश में निवेशकों की संख्या 62% बढ़ी जो 24.98 लाख रही है। एक साल पहले इनकी संख्या 15.42 लाख रही है। हरियाणा की बात करें तो यहां भी निवेशकों की संख्या 39.6% बढ़ी है और यहां कुल 20.71 लाख निवेशक रहे हैं। एक साल पहले 14.83 लाख निवेशक यहां थे।
छोटा राज्य तेलंगाना में निवेशकों की संख्या 92.6% बढ़ी है। यहां कुल 20.13 लाख निवेशक हैं। केरल में 19.15 लाख निवेशक हैं तो बिहार में 16.04 लाख निवेशक हैं। यहां निवेशकों की संख्या 68.8% बढ़ी है। एक साल पहले यहां 9.50 लाख निवेशक थे। पंजाब में निवेशकों की संख्या 37% बढ़ी है। यहां पर कुल 16 लाख निवेशक हैं। छत्तीसगढ़ में निवेशकों की संख्या 5.69 लाख रही है जो एक साल पहले 3.76 लाख थी। यानी 51% की बढ़त दिखी है।
इसी तरह सबसे ज्यादा निवेशकों की संख्या बढ़ने वाले इलाकों में मेघालय में 59%, दादरा एंड नागर हवेली में 53%, सिक्किम में 42%, अरुणाचल प्रदेश में 90%, मिजोरम में 83% और हिमाचल में 62% निवेशक बढ़े हैं। लक्ष्यद्वीप में केवल 461 निवेशक हैं। एक साल पहले यहां 244 निवेशक थे।