AUM के लिहाज से सबसे बड़ा SBI, लेकिन फायदे में तीसरे नंबर पर, ये फंड हाउस हैं भारी घाटे में
मुंबई– देश के कुल 43 म्यूचुअल फंड हाउस में से काफी सारे फंड हाउस ऐसे हैं जो सालों से कारोबार करने के बावजूद घाटे में हैं। जबकि टॉप 5 फंड हाउस करीबन 3600 करोड़ रुपए का सालाना फायदा कमा रहे हैं। हालांकि असेट अंडर मैनेजमेंट यानी AUM के लिहाज से सबसे बड़ा फंड हाउस SBI म्यूचुअल फंड फायदे के मामले में तीसरे नंबर पर है।
फायदे के लिहाज से देखें तो टॉप 5 में SBI, HDFC, ICICI प्रूडेंशियल, आदित्य बिरला सन लाइफ और निप्पोन म्यूचुअल फंड हैं। इसमें SBI सबसे बड़ा फंड हाउस है जिसका AUM 5.06 लाख करोड़ रुपए है। लेकिन इसका मुनाफा केवल 605 करोड़ रुपए सालाना है। दूसरे नंबर का सबसे बड़ा फंड हाउस ICICI प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड है। इसका AUM 4.20 लाख करोड़ रुपए है। इसका मुनाफा 1,046 करोड़ रुपए है। लाभ कमाने के मामले में पहले नंबर पर HDFC म्यूचुअल फंड है। हालांकि AUM के लिहाज से यह तीसरे नंबर पर है। इसका लाभ 1,262 करोड़ रुपए रहा है।
इसके अलावा आदित्य बिरला सन लाइफ म्यूचुअल फंड लाभ कमाने और AUM दोनों के लिहाज से चौथे नंबर पर है। इसका AUM 2.71 लाख करोड़ रुपए है जबकि इसका फायदा 485 करोड़ रुपए रहा है। AUM के लिहाज से छठें नंबर पर निप्पोन है। पर इसका फायदा 412 करोड़ रुपए का रहा है। इसका AUM 2.27 लाख करोड़ रुपए है।
इसी तरह सबसे ज्यादा नुकसान वाले फंड हाउसों की बात करें तो इसमें सबसे ज्यादा छोटे फंड हाउस हैं। PGIM इंडिया म्यूचुअल फंड का घाटा 103 करोड़ रुपए रहा है। जबकि दूसरे नंबर पर महिंद्रा मैनुलाइफ म्यूचुअल फंड का घाटा 38 करोड़ रुपए रहा है। यस म्यूचुअल फंड तीसरे नंबर पर है और इसका घाटा 18.50 करोड़ रुपए रहा है। चौथे नंबर पर प्रिंसिपिल म्यूचुअल फंड रहा है और इसका घाटा 15 करोड़ जबकि क्वांटम म्यूचुअल फंड का घाटा 10 करोड़ रुपए रहा है।
इस समय देश में कुल 43 फंड हाउसों का AUM 32 लाख करोड़ रुपए से अधिक है। इसमें से टॉप 10 कंपनियों का हिस्सा 80% है। टॉप 5 कंपनियों के पास 17.93 लाख करोड़ रुपए AUM है यानी इनकी हिस्सेदारी 56% से ऊपर है। जबकि 6 नंबर से 10 नंबर तक के फंड हाउस के पास कुल 8.13 लाख करोड़ रुपए का AUM है। 11 से 20 तक के फंड हाउसों के पास 4.83 लाख करोड़ रुपए AUM है तो 21 से 30 के पास महज 69 हजार करोड़ रुपए है। जबकि अंतिम के 11 फंड हाउसों के पास महज 15 हजार करोड़ रुपए का AUM है।
निवेशकों की पसंदीदा इक्विटी स्कीम्स हैं। इक्विटी स्कीम्स में इनका निवेश 69% है। पिछले पांच सालों में 6 नए फंड हाउस भी आए हैं। इसमें सबसे ज्यादा महिंद्रा मैनुलाइफ का AUM है जो 5,295 करोड़ रुपए है। इसी तरह कई कंपनियां फंड हाउस के सेक्टर में उतरने की तैयारी में हैं। इसमें डिस्काउंट ब्रोकर जिरोधा, बजाज फिनसर्व, हिलियस कैपिटल, सैमको सिक्योरिटीज और एनजे इंडिया हैं। देश में अब तक 3 म्यूचुअल फंड हाउस आईपीओ लाए हैं। इसमें एचडीएफसी, निप्पोन और यूटीआई हैं। जबकि इस साल 2-3 म्यूचुअल फंड आईपीओ लाने की तैयारी में हैं। इसमें एसबीआई, बिरला और अन्य हैं।

