43 गंभीर बीमारियां एक ही पॉलिसी में कवर होंगी, शुरुआती चरण में भी बीमारियां होंगी कवर
मुंबई– बजाज आलियांज जनरल इंश्योरेंस ने क्रिटि केयर नाम से एक बीमा पॉलिसी लांच की है। यह एक ऐसी अनोखी पॉलिसी है, जिसमें 43 गंभीर बीमारियों को शामिल किया गया है। इसमें ग्राहक अपने हिसाब से अपने कवरेज को किसी भी या 5 सेक्शन में डिजाइन कर सकता है। इसमें वेटिंग पीरियड से लेकर सर्वाइवल पीरियड तक शामिल है। इसमें शुरुआती और एडवांस दोनों चरण में कवरेज होगा।
कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, इस प्रोडक्ट के पीछे यह आइडिया है कि ग्राहक को न केवल उसकी जरूरतों के मुताबिक पॉलिसी के स्ट्रक्चर की आजादी दी जाए, बल्कि उसे संकट के समय में फाइनेंशियल सपोर्ट भी मिले। इस पॉलिसी में हर सेक्शन में सम इंश्योर्ड यानी पॉलिसीधारक को बीमारी में जो खर्च के लिए पैसे मिलते हैं, वह 1 लाख से 50 लाख रुपए के बीच है।
इसमें अधिक से अधिक कुल सम इंश्योर्ड 2 करोड़ रुपए होगा। इसमें 5 सेक्शन में कैंसर केयर, कार्डियोवास्कुलर केयर, किडनी केयर, न्यूरो केयर, ट्रांसप्लांट केयर और सेंसरी ऑर्गन केयर शामिल हैं। हर सेक्शन में एक विशेष लिस्ट है। कैटिगरी ए में शुरुआती चरण की बीमारियों को कवर किया गया है। कैटिगरी बी एडवांस स्टेज के लिए है। अगर पॉलिसी धारक कैटिगरी ए के तहत दावा करता है तो उसे उस सेक्शन के सम इंश्योर्ड का 25% हिस्सा मिलेगा। कैटिगरी बी में उसे सम इंश्योर्ड का 100% हिस्सा मिलेगा।
ग्राहक इसमें वेटिंग पीरियड (इंतजार का समय) 120 दिन या 180 दिन को चुन सकता है। यह पॉलिसी व्यक्गित लेवल पर उपलब्ध है। इसे 1, 2 और 3 साल के लिए लिया जा सकता है। इस पॉलिसी का प्रीमियम पॉलिसी धारक की उम्र, सम इंश्योर्ड, गंभीर बीमारियों, वेटिंग पीरियड और सर्वाइवल पीरियड के आधार पर होगा। पॉलिसी धारक अतिरिक्त फायदा के रूप में भी इसे ले सकता है। जो पॉलिसी में एक सीमित तरीके से बिल्ट है। इस फायदे में कैंसर रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी, कार्डिएक नर्सिंग, डायलिसिस केयर, फिजियोथेरेपी केयर है।
इस बारे में कंपनी के MD एवं CEO तपन सिंघल ने कहा कि हमने यह देखा है कि ज्यादातर लोग रहन सहन में बदलाव की वजह से गंभीर बिमारियों के शिकार हो रहे हैं। साथ ही उन्हें और भी बिमारियां हो रही हैं। इससे इलाज की लागत से उनकी वित्तीय स्थिति भी खरीब हो रही है। हमारे इस प्रोडक्ट से हमारा उद्देश्य न केवल ग्राहकों को डिजाइन की आजादी देना है, बल्कि उनकी जरूरतों के हिसाब से पॉलिसी को बनाना है। साथ ही उन्हें अतिरिक्त फायदा भी देना है।
इस पॉलिसी में कम से कम उम्र 18 साल और अधिकतम 65 साल होनी चाहिए। बच्चों के लिए 3 महीने से 30 साल की उम्र होनी चाहिए। इसमें रिन्यूअल भी कराना होगा। इस पॉलिसी के तहत खुद पॉलिसीधारक, उसकी पत्नी या पति, उस पर निर्भर बच्चे, पोते, मां-बाप, सास-ससुर, बहन, भाई, चाचा और चाची को कवर किया जा सकता है। इस पॉलिसी का प्रीमियम किश्तों में दिया जा सकता है।
इसके मुताबिक, इसमें अगर 3 लोगों को कवर किया जाता है और पहले की उम्र 35 साल है तो कैंसर केयर, कार्डिएक केयर और किडनी केयर सेक्शन में 50-50 लाख रुपए का सम इंश्योर्ड होगा। यानी हर सेक्शन का 50 लाख रुपए का सम इंश्योर्ड होगा। दूसरे सदस्य की उम्र 33 साल है तो सम इंश्योर्ड 25-25 लाख और तीसरे की उम्र 8 साल है तो 10-10 लाख रुपए का सम इंश्योर्ड होगा। इसमें प्रीमियम 5,200 रुपए, 2,600 और 930 रुपए होगा। इसके बाद जीएसटी भी लगेगा।