पत्रकार अजीत सिंह की हत्या में अभी भी कारण स्पष्ट नहीं

मुंबई– पत्रकार अजीत सिंह हत्याकांड के आरोपी जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने भले ही आत्मसमर्पण कर दिया है, पर अभी तक हत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है। अजीत सिंह हत्याकांड में फरार जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह पर कमिश्नरेट पुलिस ने 25 हजार का ईनाम घोषित किया था। मामले की सुनवाई एक अप्रैल को हुई है।

अजीत हत्याकांड में पूर्व सांसद के खिलाफ कोर्ट से गैरजमानती वारंट हासिल करने के बाद तलाश तेज कर दी थी। पूर्व सांसद के पिता और रारी के पूर्व विधायक राजदेव सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर बेटे के सुरक्षा की गुहार लगाई है। उन्हें आशंका है कि पुलिस की लगातार विधि विरुद्ध कार्रवाई से बेटे की जान को खतरा है।

डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन के मुताबिक, आरोपी पूर्व सांसद की गोमती नगर, गुडंबा, सुशांत गोल्फ सिटी इलाके में छह फ्लैट, मकान, दो फॉर्म हाउस, गोमतीनगर में लैब, कई अवैध कंपनियां, दिल्ली, जौनपुर, वाराणसी, मऊ, फतेहगढ़ व बाराबंकी में संपत्ति होने की जानकारी मिली है। इसके अलावा पेट्रोल पंप, लखनऊ में कई स्टैंड, झारखंड में फॉर्म हाउस और कई स्थानों पर ईंट-भट्ठे होने का दावा पुलिस ने किया है।

पुलिस की ओर से प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग को पत्र लिखा गया है। पुलिस का कहना है कि धनंजय और उनके परिवार का आय का मुख्य श्रोत न होने के बावजूद आपराधिक कृत्यों से संपत्ति बनाई गई है जिसे जब्त कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने मुठभेड़ में मारे गए शूटर गिरधारी उर्फ डॉक्टर की संपत्तियों का भी ब्योरा जुटाया है जो करोड़ों में है। इसमें ईंट भट्ठे, आजमगढ़ व मऊ में फॉर्म हाउस, कई फर्जी कंपनियां, शराब के ठेके व कारखाने हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *