देश में अब सीएनजी से चलेंगे ट्रैक्टर, लांच हुआ सीएनजी का पहला ट्रैक्टर
मुंबई– केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने देश के पहले CNG ट्रैक्टर को लॉन्च किया। यह एक पुराने डीजल ट्रैक्टर था, जिसे CNG में बदला गया है। ट्रैक्टर को रॉमैट टेक्नो सॉल्यूशन और टोमासेटो एकाइल इंडिया ने मिलकर डेवलप किया है। दावा किया जा रहा है कि इस ट्रैक्टर के इस्तेमाल से किसान ईंधन लागत पर सालाना लगभग 1 से डेढ़ लाख रुपए तक की बचत कर सकेंगे। फिलहाल इसके खर्च के बारे में कोई ऐलान नहीं किया गया है।
गडकरी ने बताया कि किसान अगर दिन-रात ट्रैक्टर को ट्रांसपोर्टेशन (माल ढोने) में इस्तेमाल करता है तो सालभर में 3.50 लाख रुपए डीजल पर खर्च करता है। वहीं खेती-किसानी के काम इस्तेमाल करता है तो सालभर में लगभग 2.25 से 2.50 लाख रुपए डीजल पर खर्च करता है। लेकिन CNG ट्रैक्टर से सीधे 55% की बचत होगी, यानी 3.50 लाख रुपए के खर्च में 1.50 लाख रुपए की बचत होगी। जो किसान को आत्मनिर्भर बनने में मदद करेगी। पराली से बायो-CNG बनाने से देशभर के किसानों की 1500 करोड़ की कमाई होगी।
इस किट से किसी भी डीजल ट्रैक्टर में लगाकर उसे CNG में बदला जा सकेगा। इसके लिए देशभर में ट्रैक्टर कन्वर्जन सेंटर खुलेंगे। धीरे-धीरे पब्लिक ट्रांसपोर्ट को भी CNG में शिफ्ट किया जाएगा। किसी भी वाहन को CNG में कन्वर्ट करने पर उसकी लाइफ बढ़ जाएगी। गडकरी ने कहा कि 15 साल पुराने ट्रैक्टर में अगर यह किट लगाई जाए तो वो नया जैसा बना जाएगा, और मात्र डेढ़ साल में रेट्रोफिटिंग (डीजल से CNG में कन्वर्जन) का खर्च भी वसूल हो जाएगा।
पूरी दुनिया में 1.2 करोड़ वाहन CNG से चल रहे हैं और कई कंपनियां और नगर निगम हर दिन CNG वाहनों को अपने बेड़े में शामिल कर रही हैं। डीजल इंजन की तुलना में CNG इंजन 70% कम उत्सर्जन करता है। डीजल की मौजूदा कीमत 77.43 रुपए प्रति लीटर है जबकि CNG की मौजूदा कीमत 42 रुपए प्रति किलोग्राम है।