ईडी ने ओमकार ग्रुप के चेयरमैन और एमडी को गिरफ्तार किया
मुंबई– प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मुंबई के ओमकार ग्रुप बिल्डर के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी 22 हजार करोड़ रुपए के घोटाले के मामले में हुई है। चेयरमैन कमल गुप्ता और एमडी बाबूलाल वर्मा हैं।
जानकारी के मुताबिक, ओमकार ग्रुप ने तमाम बैंकों से हजारों करोड़ रुपए का कर्ज लिया है। इसमें 450 करोड़ रुपए का कर्ज यस बैंक का है। यह कर्ज मुंबई में स्लम (झोपड़पटि्टयों) को बिल्डिंग बनाने के लिए (स्लम रिहैबिलेशन) के लिए लिया गया था। ईडी ने सोमवार को इस मामले में ओमकार ग्रुप के 10 परिसरों पर छापा मारा था। यह छापा बुधवार तक चला था।
सूत्रों ने बताया कि ओमकार ग्रुप के ऑफिस से ढेर सारे कागज रिकवर किए गए हैं। बाबू लाल वर्मा और कमल नाथ गुप्ता को बुधवार की दोपहर पूछताछ के बाद ईडी ने गिरफ्तार किया। सूत्रों ने बताया कि दोनों अधिकारी जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे इसलिए उनको कस्टडी में लिया गया है। इन दोनों को PMLA कोर्ट में गुरुवार को पेश किया जाएगा।
ओमकार ग्रुप की जांच इससे पहले मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा भी कर रही थी। 2019 में इस बिल्डर कंपनी के खिलाफ एक पिटीशन फाइल किया गया था। इस पिटीशन में यह आरोप लगाया गया था कि ओमकार ग्रुप और गोल्डन एज ग्रुप गलत काजगात पेश कर लोन लिए हैं। यह कागजात झोपड़पटि्टयों से संबंधित थे। ओमकार ग्रुप मुंबई में रियल्टी सेक्टर का एक बड़ा ग्रुप है। यह मुख्य रूप से प्रीमियम रियल इस्टेट प्रोजेक्ट डेवलप करता है। इसका मुंबई के पॉश इलाके वर्ली में ओमकार 1973 नाम से प्रोजेक्ट है। इसमें काफी हाई प्रोफाइल खरीदार हैं। झोपड़पटि्टयों को बिल्डिंग बनाने वाला यह सबसे बड़ा ग्रुप है।