बैंकों के होम लोन की बाजार हिस्सेदारी बढ़ कर 75% हुई सस्ते ब्याज दर का असर

मुंबई- बैंकों के होम लोन की बाजार हिस्सेदारी 75% हो गई है। पहले यह 66% थी। ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले 1 साल में लोन की ब्याज दरें काफी कम हो गई हैं। साथ ही छोटी हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों के पास नकदी की किल्लत है।  

बता दें कि इस समय देश का सबसे बड़ा बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) 6.8% की ब्याज दर से होम लोन दे रहा है। हालांकि कुछ हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों की ब्याज दर इससे भी कम है। यूनियन बैंक भी इसी दर पर ब्याज दे रहा है। छोटी और मध्यम साइज की हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां (HFC) अपनी बाजार हिस्सेदारी गंवा रही हैं। उनका ज्यादा फोकस दूसरे और तीसरे स्तर के शहरों पर था। पर अब वहां पर बैंक और HDFC तथा एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस जैसी कंपनियां अपनी दावेदारी बढ़ा रही हैं।  

हाउसिंग फाइनेंस में HDFC और एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस सबसे बड़ी कंपनियां हैं जो हाउसिंग लोन देती हैं। यह दोनों ज्यादातर फोकस आवासीय रियल इस्टेट पर करती हैं। इनका लोन का आंकड़ा अब कोविड के पहले के स्तर पर पहुंच गया है। HDFC की बाजार हिस्सेदारी 2021 की पहली छमाही में 46 से 50% तक पहुंचने की उम्मीद है। यह फिलहाल 45% पर है।  

कॉर्पोरेट उधारी में कम बढ़त के कारण बैंक अब रियल इस्टेट में होम लोन को लेकर तेजी दिखा रहे हैं। होम लोन में वित्त वर्ष 2020 में बैंकों की बाजार हिस्सेदारी जहां 66% थी, वहीं NBFC की हिस्सेदारी 34% थी। 2021 में यह 75% और 25% हो गई है। यानी NBFC की बाजार हिस्सेदारी करीबन 9% की गिरावट आई है।  

हालांकि इसका एक कारण यह भी है कि साल 2019 में हाउसिंग फाइनेंस की तीसरी सबसे बड़ी कंपनी DHFL दिवालिया हो गई थी। इसकी वजह से उसके ग्राहक बैंकों की ओर चले गए। बैंकों की तुलना में NBFC ज्यादा ब्याज दर पर होम लोन देती हैं। बैंकों के पास चूंकि ग्राहकों के डिपॉजिट का पैसा होता है। हाउसिंग फाइनेंस को बैंकों या बाजार से पैसे लेने पड़ते हैं। इसलिए उन्हें इसकी ज्यादा लागत चुकानी होती है। कोरोना के लॉकडाउन में बैंकों ने इसीलिए ज्यादा तेजी से लोन दिया। 

NBFC कंपनियों का कहना है कि बैंकों की कम ब्याज दरें हमारे बाजार में उनको मजबूत बना रही हैं। इससे वे हमारी हिस्सेदारी पर काबिज हो रहे हैं। HDFC की MD रेणू सुद कर्नाड कहती हैं कि बाजार की तेजी से बढ़त से हमारी हिस्सेदारी बढ़ रही है। यह ग्रोथ कम ब्याज दरों का नतीजा है। साथ ही प्रॉपर्टी की कीमतें भी स्थिर हैं और घर से काम करने का एक नया कांसेप्ट भी इसमें मदद कर रहा है। बता दें कि HDFC इस समय बैंकों के बराबर होम लोन की ब्याज दर ऑफर करती है।  

देश में कुल हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों को मिला दें तो HDFC का मार्केट कैप अकेले ही सबसे ज्यादा है। पिछले 5 सालों से सस्ते घर की अच्छी मांग रही है। साथ ही सरकार की 2022 तक सबको घर देने की योजना भी इसमें मदद कर रही है।    

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *