नए साल में भी FII का निवेश जारी, अगले हफ्ते 49 हजार तक जा सकता है सेंसेक्स

मुंबई- सेंसेक्स अगले हफ्ते 49 हजार तक जा सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि विदेशी निवेशकों (FII) का निवेश लगातार शेयर बाजार में जारी है। साथ ही तीसरी तिमाही में कंपनियों का रिजल्ट अच्छा रहने की उम्मीद है। आनंद राठी सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड नरेंद्र सोलंकी कहते हैं 49 हजार का आंकड़ा अब लंबा नहीं है। यह हो सकता है कि सोमवार को ही बाजार टच कर ले। उनके मुताबिक, सेंसेक्स 50 हजार के भी आंकड़े को अब टच कर सकता है। क्योंकि बाजार में लिक्विडिटी है। एफआईआई का निवेश आ रहा है। कंपनियों के रिजल्ट अच्छे रह सकते हैं। 

48,854 तक गया था सेंसेक्स 

शुक्रवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 48,854 तक गया था। हालांकि यह 48,782 पर बंद हुआ था। इस लिहाज से 218 अंक बढ़ने पर सेंसेक्स 49 हजार हो जाएगा। तीसरी तिमाही के रिजल्ट से अच्छी उम्मीदें हैं। शुक्रवार को टाटा कंसलटेंसी सर्विसेस (टीसीएस) का रिजल्ट अनुमान पर सही आया है। साथ ही एचडीएफसी ने पिछले हफ्ते कहा था कि उसकी ग्रोथ तीसरी तिमाही में अच्छी रही है। लोन और फायदा दोनों में अच्छी ग्रोथ है।  

जनवरी में अब तक विदेशी निवेशकों ने शुद्ध रूप से 4,819 करोड़ रुपए का निवेश किया है। हालांकि प्रोविजनल आंकड़ों में यह 9,264 करोड़ रुपए है। अकेले शुक्रवार को ही 6 हजार करोड़ से ज्यादा का निवेश किया है। दिसंबर में कुल 62 हजार करोड़ का निवेश किया गया है। इसमें से एक से 15 दिसंबर के बीच 41,898 करोड़ रुपए जबकि 16 से 31 दिसंबर के बीच 20,118 करोड़ रुपए का निवेश हुआ।  

1.60 लाख करोड़ का 2020 में निवेश 

2020 में एफआईआई का इक्विटी में कुल निवेश 1.60 लाख करोड़ रुपए रहा है। पिछले 3 महीनों में ही 1.50 लाख करोड़ का निवेश हुआ। इसमें दिसंबर में 62 हजार, नवंबर में 60 हजार और अक्टूबर में 22 हजार करोड़ का निवेश किया गया था। विदेशी निवेशकों ने वित्त वर्ष 2019-20 में भारतीय इक्विटी बाजार में महज 6153 करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश किया था। 2020-21 में इन्होंने 2 लाख 23 हजार 111 करोड़ रुपए का निवेश किया है। भारतीय बाजार में इनका कुल निवेश 11.15 लाख करोड़ रुपए हो गया है।  

फाइनेंशियल सेक्टर में ज्यादा निवेश 

जिन सेक्टर्स में इन निवेशकों ने अच्छा खासा निवेश किया है उसमें ऑटो मोबाइल और कंपोनेंट में 3,668 करोड़ रुपए है। टोटल फाइनेंशियल में 13,532, बैंक में 9,559 करोड़, अन्य फाइनेंशियल में 3,973, कैपिटल गुड्स में 2,951, फार्मा, बायोटेक में 2,811, मेटल और माइनिंग सेक्टर में 2,601 और फूड, बेवरेजेस, तंबाकू में 2,438 करोड़ रुपए का निवेश किया है।  

उभरते हुए बाजारों की बात करें तो सभी बाजारों से एफआईआई ने पैसा निकाला है। केवल भारत ही ऐसा बाजार है जिसमें पैसा लगाया है। कैलेंडर साल 2020 में भारत में एफआईआई ने 21.5 अरब डॉलर का निवेश किया है। जबकि इंडोनेशिया से 3.2, कोरिया से कोरिया और ताइवान से 17.-6,17.6, थाइलैंड से 8.3 और मलेशिया से 5.8 अरब डॉलर का शेयर बेचा है।  

विश्लेषकों के मुताबिक, 2021 कैलेंडर साल में एफआईआई भारतीय बाजार में 15-20 अरब डॉलर का निवेश कर सकते हैं। साथ ही विदेशी मुद्रा भंडार से देश की करेंसी को स्थिरता मिल सकती है। रिजर्व बैंक रुपए की कमजोरी को आगे भी लगातार मैनेज करेगा। मुद्रा में स्थिरता या बढ़त से विदेशी निवेशक डेट में निवेश करते हैं। देश का विदेशी मुद्रा भंडार भी इस समय रिकॉर्ड स्तर पर है। यह दिसंबर 25 तक 581 अरब डॉलर रहा है।  

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