निजी कंपनियों के 20 साल बाद भी प्रीमियम और पॉलिसी में LIC नंबर वन
मुंबई- देश में निजी जीवन बीमा कंपनियों के आने के 20 साल बाद भी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) देश में प्रीमियम और पॉलिसी में नंबर वन बनी हुई है। लाइफ इंश्योरेंस काउंसिल के आंकड़ों से पता चलता है कि निजी कंपनियों की ग्रोथ अभी भी काफी कम है। इसकी बाजार हिस्सेदारी 70 पर्सेंट से ज्यादा है।
आंकड़े बताते हैं कि लाइफ इंश्योरेंस इंडस्ट्री के दिसंबर प्रीमियम कलेक्शन में 2.7% की गिरावट आई है। यह लगातार दूसरा महीना है जब गिरावट हुई है। दिसंबर में इन कंपनियों को 24 हजार 383 करोड़ रुपए का नया बिजनेस (एनबीपी) प्रीमियम मिला है। दिसंबर 2019 में यह 25 हजार 79 करोड़ रुपए था। एनबीपी एक वर्ष में नई पॉलिसियों से प्राप्त प्रीमियम को कहते हैं। प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनियों ने 22% की ग्रोथ दर्ज की है। टॉप इंश्योरेंस कंपनी जैसे एचडीएफसी लाइफ, आईसीआईसीआई लाइफ और मैक्स लाइफ इंश्योरेंस ने दिसंबर में अच्छा प्रीमियम हासिल किया है।
एचडीएफसी लाइफ ने दिसंबर में 27% की बढ़ोतरी दर्ज की। कंपनी का प्रीमियम कलेक्शन 1,910.27 करोड़ रुपए रहा। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ ने नए प्रीमियम में 32% की वृद्धि की है। इसका प्रीमियम 1,469.45 करोड़ रुपए रहा है। एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस का प्रीमियम 12% बढ़ा है। इसका प्रीमियम 2,322.44 करोड़ रुपए रहा है।नवंबर में बीमा इंडस्ट्री का एनबीपी 19,159 करोड़ रुपए था। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 26,221.24 करोड़ रुपए था। इस तरह इसमें कुल 26% की कमी आई है। प्राइवेट कंपनियों के एनबीपी में 5.15% की गिरावट आई। इससे प्रीमियम 7,066.65 करोड़ रुपए रहा। एलआईसी का एनबीपी 12,092.66 करोड़ रुपए रहा है।
तीसरी तिमाही में इंडस्ट्री के नए बिजनेस प्रीमियम में 3.2 पर्सेंट की कमी आई है। यह 66 हजार 318 करोड़ रुपए रहा है। एक साल पहले इसी अवधि में यह प्रीमियम 68 हजार 572 करोड़ रुपए था। 9 महीनों की बात करें तो यह 1.91 लाख करोड़ रुपए रहा है। एक साल पहले यह 1.94 लाख करोड़ रुपए था।