इनकम टैक्स विभाग का फ्लिपकार्ट और स्विगी के दफ्तर में सर्वे
मुंबई- इनकम टैक्स विभाग ने फ्लिपकार्ट की ग्रुप कंपनी इंस्टाकार्ट और स्विगी पर सर्वे शुरू किया है। यह सर्वे बोगस इनपुट टैक्स क्रेडिट के मामले में हो रहा है। फ्लिपकार्ट ई-कॉमर्स कंपनी है। स्विगी फूड डिलिवरी कंपनी है।
सूत्रों के मुताबिक वस्तु एवं सेवा कर (GST) इंटेलीजेंस के महानिदेशक (DGGI) द्वारा दिए गए इनपुट के आधार पर यह सर्वे हो रहा है। इस समय पूरे देश में DGGI ने इस तरह का सर्वे चला रखा है। ऐसी खबरें हैं कि सिस्टम का गलत तरीके से उपयोग हो रहा है। कंपनियां अपने वितरकों को इनपुट टैक्स क्रेडिट के मामले में गलत तरीके से उपयोग कर रही हैं। DGGI ने इस तरह की शिकायतों के बाद इनकम टैक्स विभाग को कहा है कि वह जांच करे।
फ्लिपकार्ट ने इस सर्वे के बारे में कहा कि हां यह सही है। इनकम टैक्स विभाग सर्वे कर रहा है। हम इनकम टैक्स को पूरी जानकारी दे रहे हैं। उन्हें पूरा सहयोग कर रहे हैं। हमारा मानना है कि हम सभी लागू टैक्स और कानूनी जरूरतों के मुताबिक पूरा कंप्लायंस करते हैं। फ्लिपकार्ट करीबन 2 लाख लोगों के साथ कार्यरत है। यह तीन लाख छोटे उद्योगों ((MSME) के साथ जुड़ा है।
पिछले हफ्ते ही वित्त सचिव अजय भूषण पांडे ने कहा था कि सिस्टम के दुरुपयोग को कम करने के लिए सरकार ने उन लोगों को चेक करने की शुरुआत की है जो ज्यादा इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा कर रहे हैं। हम अलग-अलग एजेंसियों से आंकड़ों को लेकर उसे सेंट्रलाइज्ड कर रहे हैं। यानी एक जगह कर रहे हैं। इसके बाद इस डाटा का हम आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से इसका विश्लेषण करते हैं।
उन्होंने कहा कि यह देखा गया है कि कुछ लोग इनकम टैक्स विभाग के पास महज कुछ लाख रुपए ही दिखाते हैं। पर जीएसटी में वे करोड़ों रुपए का टर्नओवर दिखा रहे हैं। ऐसा भी देखा गया है कि लोग करोड़ों का सामान आयात (इंपोर्ट) कर रहे हैं पर वह जीएसटी या इनकम टैक्स रिटर्न में नहीं दिख रहा है। हम इसी तरह के लोगों पर कार्रवाई कर रहे हैं।