2022 में स्टार्टअप फंडिंग 33 फीसदी कम, लेकिन 2020 की तुलना में दोगुना
मुंबई- देश की स्टार्टअप कंपनियों को कैलेंडर साल 2022 में 24 अरब डॉलर की रकम मिली। 2021 के मुकाबले यह 33 फीसदी कम है। हालांकि, 2019 या 2020 की तुलना में यह दोगुना रकम है। 2019 में 13.2 अरब डॉलर, 2020 में 10.9 अरब डॉलर और 2021 में 35.2 अरब डॉलर की रकम मिली थी।
प्राइस वाटर हाउस कूपर्स (पीडब्ल्यूसी) इंडिया की बुधवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर में आर्थिक धीमापन के बावजूद वैश्विक निवेशक अभी भी भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम को लेकर सकारात्मक हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि शुरुआती स्तर पर जो सौदे हुए हैं मात्रा के लिहाज से उनकी हिस्सेदारी कुल फंडिंग में 60-62 फीसदी रही है। जबकि मूल्य के लिहाज से यह करीब 12 फीसदी रही है। सौदे का औसत आकार चार अरब डॉलर रहा है।
कंपनियों की वृद्धि और बाद के स्तर पर जो सौदे हुए हैं मूल्य के लिहाज से उनकी हिस्सेदारी 88 फीसदी रही है। वृद्धि वाले स्तर पर औसत सौदा 4.3 करोड़ डॉलर जबकि बाद वाले चरण में 9.4 करोड़ डॉलर का औसत रहा है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि बंगलूरू, मुंबई और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) का हिस्सा फंडिंग में 82 फीसदी रहा है। 28 फीसदी स्टार्टअप इन शीर्ष तीन शहरों के ही रहे हैं। इन्होंने दो करोड़ डॉलर से ज्यादा की रकम हासिल की है। बंगलूरू में सबसे अधिक यूनिकॉर्न हैं।