बाजार में तेजी बनी रहेगी, गिरावट से न घबराएं, अच्छे शेयरों में निवेश करते जाएं

मुंबई- शेयर बाजार में चल रही तेजी आगे भी बनी रहेगी। हो सकता है थोड़ी बहुत गिरावट आ जाए, पर इससे घबराना नहीं चाहिए। अच्छे शेयरों में निवेश करते जाएं और अगर किसी में ज्यादा मुनाफा हुआ है तो उसमें थोड़ा हिस्सा बेच भी सकते हैं।  

के.आर. चौकसी सिक्योरिटीज के एमडी देवेन चौकसी कहते हैं कि बाजार का रुझान आगे भी पॉजिटिव रहेगा। जो तेजी है वह इसलिए क्योंकि बाजार में लगातार पैसे आ रहे हैं। इसमें विदेशी निवेशकों का पैसा ज्यादा है। चुनिंदा शेयरों में निवेश करते रहना चाहिए।  

वे कहते हैं कि बाजार में लिक्विडिटी ज्यादा है। यानी पैसा खूब आ रहा है। ऐसे में यहां से आगे जो सेक्टर बाजार की तेजी में चलेंगे उसमें फाइनेंस, फार्मा, केमिकल्स, खपत वाले सेक्टर्स, हाउसिंग फाइनेंस आदि हैं। निवेशकों को जीवन बीमा, केमिकल और रिटेल क्रेडिट वाली कंपनियों के शेयरों में निवेश करना चाहिए। 

आनंद राठी सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड नरेंद्र सोलंकी कहते हैं कि अर्थव्यवस्था में पैसे के आने और वैक्सीन की उम्मीदों के बल पर बाजार में तेजी है। आगे इसमें और तेजी बनी रहेगी। क्योंकि पहली तिमाही की तुलना में इस समय अर्थव्यवस्था के सारे इंडीकेटर्स पॉजिटिव हैं या सुधार में हैं। 

7 जनवरी से तीसरी तिमाही के रिजल्ट आने शुरू होंगे। अगर यह रिजल्ट अच्छा आता है तो हम यहां से सेंसेक्स में बहुत अच्छी तेजी देख सकते हैं। अगर रिजल्ट खराब आता है तो 4-5 पर्सेंट की गिरावट आ सकती है। पर ऐसी उम्मीद है कि तीसरी तिमाही के रिजल्ट अच्छे आएंगे। अगर यह अच्छा हुआ तो चौथी तिमाही का रिजल्ट और अच्छा होगा। 

जिन निवेशकों ने निवेश किया है उन्हें निकलने की जरूरत नहीं है। जो नए निवेशक हैं, उन्हें थोड़ा-थोड़ा निवेश करते रहना चाहिए। एक ही बार में निवेश न करें। बाजार की तेजी पूरी तरह से लिक्विडिटी पर है। जिन सेक्टर्स में यहां से तेजी दिखेगी उसमें आईटी, फार्मा, स्पेशियालिटी केमिकल्स, एफएमसीजी, कंज्यूमर शामिल हैं। 

अब अर्थव्यवस्था को देखते हैं 

पहली तिमाही में देश की अर्थव्यवस्था में 23.9 पर्सेंट की गिरावट आई थी। दूसरी तिमाही में इसमें सुधार आया। इसमें 7.5 पर्सेंट की गिरावट आई। तीसरी तिमाही में इसमें पॉजिटिव ग्रोथ की उम्मीद है।  

इस साल दूसरी तिमाही में भारतीय कंपनियों का कुल मुनाफा 1.50 लाख करोड़ रुपए रहा है। किसी एक तिमाही में 2014 में हुए 1.18 लाख करोड़ रुपए के बाद यह सबसे ज्यादा मुनाफा है। अक्टूबर में देश के औद्योगिक सेक्टर में 3.6 पर्सेंट की ग्रोथ रही है। बिजली की खपत कोरोना से पहले के स्तर पर है। जीएसटी का कलेक्शन 2019 के स्तर पर पहुंच गया है। दो महीने से यह एक लाख करोड़ रुपए से ऊपर रहा है।  

मार्च में रोजाना 88 हजार गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन होता था जो नवंबर में 80 हजार पर पहुंच गया है। नवंबर में हवाई यात्रियों की संख्या में 20.7 पर्सेंट की बढ़त हुई है। 64 लाख यात्रियों ने नवंबर में यात्रा की है। नवंबर 2019 की तुलना में यह आधा है। उस समय 1.30 करोड़ यात्रियों ने यात्रा की थी। 

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