डेट म्यूचुअल फंड में आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल की इन स्कीम्स ने दिया बेहतर रिटर्न

मुंबई– इस साल जहां इक्विटी बाजार ने नया रिकॉर्ड बनाया है, वहीं पिछले एक साल में डेट म्यूचुअल फंड ने 10.5% तक का फायदा निवेशकों को दिया है। ऐसे में निवेशकों को डेट फंड एक बार फिर से आकर्षित कर रहा है।  

वैसे पिछले तीन सालों से डेट म्यूचुअल फंड के लिए बहुत ही सही समय रहा है। हालांकि इसकी क्रेडिट रिस्क कैटिगरी दबाव में जरूर रही है। लेकिन कॉर्पोरेट बांड फंड्स, गिल्ट फंड्स और मीडियम से लंबी अवधि वाले फंड्स ने 10% तक का रिटर्न दिया है।  

आंकड़े बताते हैं कि डेट म्यूचुअल फंड में बेहतर रिटर्न देने वाले फंड की बात करें तो आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड की स्कीम ने अच्छा प्रदर्शन किया है। इसके गिल्ट फंड ने 1 साल में 13.07%, 2 साल में 12.27% और 5 साल में 9.81% का फायदा दिया है। ऑल सीजन बांड फंड ने इसी अवधि में 12.11%,11.46% और 9.86% जबकि लांग टर्म बांड फंड ने 11.33%, 12.50% और 9.81% का रिटर्न दिया है। इसके मीडियम टर्म बांड फंड की बात करें तो इसने एक साल में 10.50%, दो साल में 9.98 और पांच साल में 8.22% का रिटर्न दिया है।  

इसी तरह इसके कॉर्पोरेट और शॉर्ट टर्म बांड फंड ने भी एक साल में 10% से ज्यादा का रिटर्न निवेशकों को दिया है। इसी अवधि में अगर कोटक म्यूचुअल फंड के डेट फंड का रिटर्न देखें तो इसने 9.8% का रिटर्न दिया है। जबकि आदित्य बिरला सन लाइफ म्यूचुअल फंड ने 9.65% और एचडीएफसी म्यूचुअल फंड ने के डेट फंड ने 9.54% रिटर्न दिया है।  

दरअसल आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल फंड का लंबी अवधि में एक अच्छा ट्रैक रिकॉर्ड है। यह फंड हाउस फिक्स्ड इनकम मैनेज करने में बड़े फंड हाउसों में से एक है। फिक्स्ड इनकम का इसका कुल असेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) 2.2 लाख करोड़ रुपए रहा है। इस फंड हाउस की क्रेडिट रिसर्च टीम फंड मैनेजमेंट इंडस्ट्री में काफी अनुभवी है। यही कारण है कि पिछले 20 सालों में इस फंड का एक भी डिफॉल्ट नहीं हुआ है और न ही इसके ब्याज के पेमेंट में कोई देरी हुई है।  

दरअसल डेट फंड इसलिए बेहतर रिटर्न दे रहे हैं क्योंकि इसकी सुरक्षा, तरलता और रिटर्न (एसएलआर) की पॉलिसी पर फोकस होता है। सभी फिक्स्ड इनकम में यह इसी नीतियों का पालन करता है। यहां तक कि हाल के सालों में जब ज्यादातर क्रेडिट रिस्क फंड डेट में ज्यादा एक्सपोजर होने से दबाव झेल रहे थे, ऐसे में इस फंड पर इस तरह का कोई दबाव नहीं था।  

फिक्स्ड इनकम के मुख्य निवेश अधिकारी (CIO) राहुल गोस्वामी कहते हैं कि हमारा मानना है कि ब्याज दरों का नीचे जाने का मामला अब खत्म हो गया है। इसका अगला चक्र या तो रुक जाएगा या कंसोलिडेट हो जाएगा।आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल ज्यादातर निवेश एएए कॉर्पोरेट बांड में करता है। क्योंकि इस तरह की रेटिंग वाले बांड सुरक्षा प्रदान करते हैं। फंड हाउस शॉर्ट से मीडियम ड्यूरेशन फंड्स को लेकर पॉजिटिव है।   

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