जापानी कंपनी श्रीराम फाइनेंस में 39,618 करोड़ रुपये में खरीदेगी 20 फीसदी हिस्सेदारी
मुंबई- जापान की मित्सुबिशी यूएफजे फाइनेंशियल ग्रुप इंक (एमयूएफजी) श्रीराम फाइनेंस लि. में 39,618 करोड़ रुपये में 20 फीसदी हिस्सा खरीदेगी। श्रीराम फाइनेंस ने एक बयान में कहा, एमयूएफजी तरजीही इक्विटी शेयरों के माध्यम से यह हिस्सेदारी हासिल करेगी। इससे श्रीराम फाइनेंस की पूंजी आधार को मजबूती और इसकी विकास गति को गति देगा। एमयूएफजी बैंक का प्रस्तावित निवेश शेयरधारकों की मंजूरी, नियामक स्वीकृतियों और सामान्य समापन शर्तों के अधीन है।
इस साझेदारी से कम लागत वाली देनदारियों तक पहुंच में सुधार होगा और श्रीराम फाइनेंस की क्रेडिट रेटिंग में संभावित रूप से मजबूती आएगी। इससे पहले अक्तूबर में संयुक्त अरब अमीरात के दूसरे सबसे बड़े बैंक अमीरात एनबीडी बैंक ने आरबीएल बैंक में 26,853 करोड़ रुपये में 60 प्रतिशत बहुमत हिस्सेदारी हासिल करने में रुचि दिखाई थी। एमयूएफजी बैंक ने कहा, यह निवेश भारत के गतिशील वित्तीय सेवा क्षेत्र में एमयूएफजी बैंक के विश्वास को दर्शाता है और श्रीराम फाइनेंस में यह निवेश भारत में एमयूएफजी का सबसे बड़ा निवेश होगा। मित्सुबिशी यूएफजे फाइनेंशियल ग्रुप (एमयूएफजी) एमयूएफजी बैंक की मूल इकाई है। इसने भारत में 1.7 अरब डॉलर का निवेश किया है और लगभग 5,000 नौकरियां सृजित की हैं।
कंपनी ने बताया कि MUFG को 840.93 रुपये प्रति शेयर की दर से 47.1 करोड़ से अधिक शेयर जारी किए जाएंगे, जिससे उसे कंपनी में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी मिलेगी। श्रीराम फाइनेंस ने कहा, “कंपनी की ओर से जारी और अलॉट किए जाने वाले और इन्वेस्टर द्वारा सब्सक्राइब किए जाने वाले सब्सक्रिप्शन शेयर, कंपनी की पोस्ट-इश्यू शेयर कैपिटल का 20 प्रतिशत माइनॉरिटी इन्वेस्टमेंट होंगे, जो पूरी तरह से डाइल्यूटेड आधार पर होगा। सौदा पूरा होने के बाद, इन्वेस्टर को कंपनी का पब्लिक शेयरहोल्डर माना जाएगा।”
समझौते के अंतर्गत, श्रीराम ओनरशिप ट्रस्ट, श्रीराम फाइनेंस के लेंडिंग और क्रेडिट बिजनेस से जुड़े नॉन-कम्पीट और नॉन-सोलिसिटेशन दायित्वों के अधीन होगा। इनके बदले में, MUFG शेयरधारकों की मंजूरी के बाद, श्रीराम ओनरशिप ट्रस्ट को $200 मिलियन (लगभग 1,660 करोड़ रुपये) की एकमुश्त नॉन-रिकरिंग नॉन-कम्पीट और नॉन-सोलिसिटेशन फीस का भुगतान करेगा।

