ट्रेन में भी अब जहाज वाला सिस्टम, अब ज्यादा सामान ले जाने पर देनी होगी भारी फीस
मुंबई-रेलवे यात्रियों को अब ट्रेन में ज्यादा सामान ले जाने के लिए पैसे देने होंगे। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, हर क्लास के यात्रियों के लिए सामान ले जाने की एक तय सीमा है। इस सीमा से ज्यादा सामान ले जाने पर यात्रियों को अतिरिक्त चार्ज देना होगा। यह नियम हवाई अड्डों की तरह ही लागू किया जाएगा।
ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को अब तय सीमा से ज्यादा सामान ले जाने पर पैसे देने होंगे। फिलहाल हर क्लास के यात्रियों के लिए सामान ले जाने की अधिकतम सीमा तय की गई है। रेल मंत्री ने बताया कि अलग-अलग क्लास के यात्रियों के लिए सामान ले जाने की मुफ्त सीमा और अधिकतम सीमा के बारे में भी बताया है। अधिकतम सीमा में मुफ्त सामान ले जाने की सीमा भी शामिल है। उन्होंने यह भी बताया कि यात्री अपनी क्लास के अनुसार तय अधिकतम सीमा तक का अतिरिक्त सामान डिब्बे में ले जा सकते हैं, बशर्ते वे निर्धारित शुल्क का भुगतान करें। यह शुल्क सामान दर के 1.5 गुना के बराबर होगा।
सेकंड क्लास: यात्री 35 किलो तक का सामान मुफ्त ले जा सकते हैं। इससे ज्यादा सामान ले जाने पर उन्हें पैसे देने होंगे। ज्यादा सामान भी 70 किलो से अधिक नहीं होगा।
स्लीपर क्लास: यात्रियों को 40 किलो तक का सामान मुफ्त ले जाने की इजाजत है। वे ज्यादा से ज्यादा 80 किलो तक का सामान ले जा सकते हैं, जिसके लिए उन्हें चार्ज देना होगा।
एसी 3 टियर और चेयर कार: इन क्लास में सफर करने वाले यात्री 40 किलो तक का सामान मुफ्त ले जा सकते हैं। यह ही इनकी अधिकतम सीमा भी है। फर्स्ट क्लास और एसी 2 टियर: इन क्लास के यात्रियों को 50 किलो तक का सामान मुफ्त ले जाने की अनुमति है। वे ज्यादा से ज्यादा 100 किलो तक का सामान ले जा सकते हैं, जिसके लिए अतिरिक्त चार्ज लगेगा।
एसी फर्स्ट क्लास: इस क्लास के यात्रियों को 70 किलो तक का सामान मुफ्त ले जाने की सुविधा है। वे ज्यादा से ज्यादा 150 किलो तक का सामान ले जा सकते हैं, जिसके लिए उन्हें पैसे देने होंगे।
यात्रियों को अपने डिब्बे में केवल वही सामान ले जाने की अनुमति है जिसके बाहरी माप 100 सेमी x 60 सेमी x 25 सेमी (लंबाई x चौड़ाई x ऊंचाई) हों। अगर किसी सूटकेस, ट्रंक या बॉक्स का कोई भी माप इस सीमा से ज्यादा है तो उसे यात्री डिब्बे में ले जाने की इजाजत नहीं होगी। ऐसे बड़े सामान को ब्रेक वैन (SLRs) या पार्सल वैन में बुक कराना होगा।
यह नया नियम यात्रियों को अपने सामान के बारे में पहले से योजना बनाने के लिए प्रेरित करेगा। अब उन्हें यह ध्यान रखना होगा कि वे अपनी क्लास के अनुसार कितनी मात्रा में सामान मुफ्त ले जा सकते हैं और उससे ज्यादा के लिए उन्हें कितना अतिरिक्त भुगतान करना होगा। यह नियम ट्रेनों में भीड़भाड़ को कम करने और सामान के प्रबंधन को बेहतर बनाने में मदद करेगा।

