भारत के ट्रैक्टर बाजार में अमेरिकी MNC के साथ विवाद खत्म, आखिरकार भारतीय कंपनी से करना पड़ा समझौता
नई दिल्ली: भारत के ट्रैक्टर बाजार में पिछले कुछ वर्षों से मचा घमासान आखिरकार खत्म हो गया। ट्रैक्टर और कृषि उपकरण क्षेत्र की प्रमुख भारतीय कंपनी TAFE और अमेरिका की एग्री-मशीनरी कंपनी AGCO के बीच वर्षों पुराना वाणिज्यिक और ब्रांड से जुड़ा विवाद सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझा लिया गया है। बताया जाता है कि इसमें टीवीएस मोटर कंपनी (TVS Motor Company) के चेयरमैन सुदर्शन वेणु की निर्णायक भूमिका रही है।
इस समझौते के तहत, TAFE ने AGCO की अपनी इक्विटी में 20.7% हिस्सेदारी को $260 मिलियन में वापस खरीद लिया है। इसके साथ ही, TAFE अब ‘Amalgamations Group’ की पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई बन गई है, जो चेन्नई आधारित एक प्रमुख औद्योगिक समूह है।
अमेरिकी बहुराष्ट्रीय कंपनी AGCO कॉर्पोरेशन के चेयरमैन, प्रेसिडेंट और सीईओ एरिक पी. हैंसोटिया ने कंपनी की Q2 2024 इनकम कॉल के दौरान यह जानकारी साझा करते हुए कहा, “TAFE के साथ हमारे सभी लंबित व्यावसायिक, गवर्नेंस और शेयरधारिता से जुड़े मुद्दों का समाधान हो गया है। यह संभव हुआ टीवीएस मोटर के चेयरमैन सुदर्शन वेणु के साथ हमारे निकट सहयोग से, जो TAFE के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर के पुत्र भी हैं।”
इस समझौते के तहत भारत, नेपाल और भूटान में ‘Massey Ferguson’ ब्रांड का पूर्ण और विशिष्ट स्वामित्व अब TAFE के पास होगा। इसमें सभी ट्रेडमार्क्स, अधिकार, टाइटल और ब्रांड से जुड़ी प्रतिष्ठा (goodwill) शामिल हैं। TAFE और AGCO के बीच विवाद सितंबर 2024 में उस समय गहराया जब AGCO ने TAFE के साथ सभी मौजूदा समझौते, जिसमें Massey Ferguson ब्रांड लाइसेंस भी शामिल था, समाप्त करने की घोषणा की थी। इसके प्रतिउत्तर में TAFE ने अदालत में अवमानना याचिका दायर की, जिसमें AGCO पर पूर्ववर्ती अदालत आदेशों के उल्लंघन का आरोप लगाया गया था। लेकिन अब जबकि समझौता हो गया है तो भारतीय ट्रैक्टर बाजार में गंभीर फेरबदल हो सकता है।

